सांई बाबा के चरण पादुका की निकली शोभायात्रा

गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज होगा सांई धाम का नाम
इन्दौर. सांई बाबा शिर्डी के शहंशाह… सांई बाबा बोलो…मेरे सर पे सदा तेरा हाथ रहे..तेरे कर्म पर मैं कुर्बान ओ शिर्डी वाले… सांई ने मुझको आकर नाम दिया… ऐसे ही बाबा के भजनों पर भक्त थिरकते नजर आए.

भंवरकुआ शिव मंदिर से प्रारंभ हुई सांई चरण पादुका की शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होती हुई रीजनल पार्क स्थित अस्थाई सांई धाम मंदिर पहुंची, जहां सांई भक्तों द्वारा विद्वान पंडि़तों और संतों के सान्निध्य में मंत्रोउच्चार के साथ चरण पादुका की स्थापना की गई। दो दिवसीय महोत्सव के तहत रविवार 6 मई को भी सांई भक्त सुबह से रात्रि तक सांई बाबा की चरण पादुका का दर्शन पूजन कर सकेंगे। इसके पश्चात रविवार को ही रात्रि 9 बजे मुंबई के कलाकारों द्वारा सांई सद्चरित्र पर आधारित नाटक का मंचन भी किया जाएगा।
गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज होगा अस्थाई मंदिर – देवी अहिल्या सांई सोशल भक्त समिति से जुड़े हेमंत मित्तल ने जानकारी दी कि सांई बाबा शताब्दी वर्ष में आयोजित सांई चरण पादुका दर्शन महोत्सव में रीजनल पार्क में 1 लाख स्के फीट में बने अस्थाई सांई धाम मंदिर का विश्व कीर्तिमान भी बनेगा। रीजनल पार्क में बने इस सांई धाम मंदिर का नाम गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में भी दर्ज किया जाएगा। सांई धाम मंदिर का निर्माण 100 फीट चौड़ा और 250 फीट लंबा अस्थाई मंदिर बनाया गया है।