दो ईश्वर की इच्छा को पहचानता हैं वो धार्मिक: फादर थामस

इन्दौर. बाईबल महोत्सव के दूसरे दिन की शरूआत रोजरी माला विनती के जाप तथा ईश्वर की स्तुति और अराधना से हुई, जिसका संचालन इम्फॉल से पधारे आशीष एंव श्रीमती ऐलिजाबेथ मिजं द्वारा किया गया.
प्रवचन के दौरान फादर बॉबी थॉमस ने कह: कि जो ईश्वर की इच्छा को पहचानता हैं वो धार्मिक हैं. येसु ही हमारी शांति हैं. येसु हमको शांति देता हैं. येसु पर दृढ़तापूर्वक विश्वास करने वाले को शांति मिलती हैं. ईश्वर का वचन (सुसमाचार) हमारे हृदयों को आनंद से भर देता हैं.
हम निरंतर प्रार्थना करते रहे तथा आन्नदित रहे और सभी बातों के लिये ईश्वर को धन्यवाद दे. प्रभु ही हमारे आन्नद का स्त्रोत हैं. अगर हम प्रभु में आन्नदित रहेगें तो वह हमारे मनोरथो को पूरा करेगा. दोपहर में भोपाल महाधर्मप्रान्त के आर्चबिशप लियो कार्नेलियो द्वारा मिस्सा बलिदान अर्पित किया गया.
इसके पूर्व उनका स्वागत फादर साईमन राज द्वारा किया गया. अपने उदबोधन में आर्चबिशप लियो ने कहा कि ईश्वर हमसे प्रेम करता हैं, इसलिये उसने हमारे लिये अपने प्राणो की आहुति दी. हम एक दूसरे से प्यार करें जैसे ईश्वर ने हमें प्यार किया।
उन्होने सभी से संत मदर टेरेसा के आदर्शो पर चलने का आग्रह किया. फादर जॉन भाबोर के नेतृत्व में गायन मण्डली ने मधुर एवं भक्तिमय गीतों की प्रस्तुति दी.

पुस्तक का विमोचन

पूजनविधि के बाद 2008 में कन्धमाल में इसाईयो की नृशंस हत्या, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गये तथा हजारो लोग प्रवाहित हुए थे. इस घटना की वास्तविकता बताने के लिये अंटो अक्करा द्वारा लिखी गई पुस्तक कैद में बेकसूर का विमोचन आर्चबिशप लियो तथा बिशप चाको ने किया.
इस अवसर पर धर्मप्रान्त के पुरोहितगण, धर्मबहने तथा भारी संख्या में समाजजन उपस्थित थे. संचालन पास्कल रेफियल एवं श्रीमती एडना फरनानडीज द्वारा किया गया. 6 नवम्बर को प्रात: 10 बजे बाईबल महोत्सव को अंतिम दिन के कार्यक्रम की शुरूआत होगी. कार्यक्रम का समापन शाम 4 बजे होगा.

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