कत्थक नृत्य में दिखाए देवी दुर्गा के रूप

इंदौर. लाल बाग में आयोजित हुनर शिल्प मेले में लोग खरीदारी के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लोग आनंद उठा रहे हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को जाने माने कत्थक डांसर आषीष पिल्लई द्वारा कत्थक नृत्य की प्रस्तुति दी गई.
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई. इसके बाद गुरु आशीष पिल्लई ने प्रसिद्ध मराठी भजन जय देव जय देव की प्रस्तुति दी. इसके बाद  सावनी, अनीशा, मुस्कान,  पूर्वी, काजल,  रिधिमा और पूर्वा ने  कथक नृत्य चतुरंग की प्रस्तुति दी. इस प्रस्तुति में शुद्ध नृत्य, अभिनय, सरगम और लायकारी का सुंदर समायोजन कर रास ताल, तोड़े, टुकड़े, परण की प्रस्तुति दी.
वहीं अंजनी गीत पर अभिनय के समागम के साथ नृत्य की मोहक प्रस्तुति दी. अगली प्रस्तुति में शिवानी, केनिशा,  इशानी ,लक्ष्मीप्रिया,  बेनिता और रेशमा मैंने भरतनाट्यम नृत्य मैप महिषासुर मर्दिनी डांस में जगत जननी मां दुर्गा के रूपों के दर्शन कराए. गुरु आशीष पिल्लई ने नृत्य के देव नटराज को पुष्पांजलि अर्पित कर ताल तीनताल में कत्थक की बारीकियां दिखाते हुए तराना में नृत्य की प्रस्तुति दी.
इसके बाद भगवान कृष्ण के दो कथानक माखन चोरी और गोपीका बिरहा को अभिनय के माध्यम से दर्शकों के बीच आशीष पिल्ले ने प्रस्तुति दी. अमीषा, रिधिमा, डिंपल, पाखी आदि ने कत्थक नृत्य में ताल, रूपक के साथ शिव अष्टकम की प्रस्तुति दी. वही राग रेवती में देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों को कशिश, कनिष्का ,ईशानी, मोही, शिवानी ने दिखाएं. आशीष पल्ली ने भरतनाट्यम नृत्य में राग सिंधु भैरवी मैं तिल्लाना अनित्य की मोहक प्रस्तुति दी.
कार्यक्रम का अंत राजस्थानी नृत्य के साथ हुआ. झुण बाजे घूघरा राजस्थानी गीत पर पूर्वा ,आकांक्षा, काजल पूर्वी ने नृत्य से दर्शकों को मोह लिया.

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