कैंसर को हराना है तो शुरुआती लक्षणों को इग्नोर न करें

“वर्ल्ड कैंसर अवेयरनेस डे” के उपलक्ष्य पर सुप्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी ने दी युवाओं को समझाइश

इंदौर। अचानक बिना किसी कारण वजन तेजी से कम होना, लगातार बुखार बने रहना, भूख कम हो जाना, हड्डियों में लगातार दर्द बना रहना, खांसते समय खून आना, माहवारी बंद होने के बाद अचानक रक्तस्राव होना आदि जैसे लक्षण नजर आते ही तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि यह कैंसर की शुरुआती आहट हो सकती है। अगर इसी समय कैंसर के लिए जाँच कराकर इलाज शुरू कर दिया जाए तो मरीज के स्वस्थ होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।

युवाओं को यह समझाइस “वर्ल्ड कैंसर अवेयरनेस डे” के उपलक्ष्य पर गुजराती होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, इंदौर में विशेष तौर पर बी एच एम एस के विद्यार्थियों को होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी ने दी। उन्होंने बताया कि कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है, जिससे शरीर के किसी भी हिस्से की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होने लगती हैं और कैंसर शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में फैलने लगता है।

डॉ. द्विवेदी के अनुसार कैंसर के शुरुआती लक्षणों को यदि सही समय पर पहचान लिया जाये तो इसे खतरनाक स्थिति तक पहुंचने से रोका जा सकता है। इसके शुरुआती लक्षणों को जानने के बाद इसके उपचार में आसानी होती है। अगर कोई भी गांठ तेजी से बड़ी हो रही है तो वह कैंसर हो सकता है। इसी तरह अगर कोई जख्म भर नहीं रहा है तो वो भी कैंसर का आरंभिक लक्षण हो सकता है। एक और दिलचस्प लक्षण यह भी है कि अगर किसी की आवाज में बहुत तेजी से बदलाव हो रहा है तो ये भी उस व्यक्ति को फेफड़ों का कैंसर होने का संभावित लक्षण है।

कैंसर के कुछ और लक्षण

  • अगर दस्त में खून जा रहा है तो यह भी कैंसर का एक लक्षण है।
  • अगर किसी को पेट दर्द होने के साथ पीलिया हो और वजन भी कम हो रहा है तो यह भी कैंसर का लक्षण है।
  • शरीर पर मस्सों में जब कुछ बदलाव दिखाई दे या उससे खून निकलने लगे या उसके आस-पास गांठ हो जाती है तो यह भी कैंसर का लक्षण हो सकता है।
  • अगर पेशाब में से खून जा रहा है और दर्द नहीं हो रहा है तो यह कैंसर का लक्षण हो सकता है।
  • ऐसी स्थिति में ⁠होम्योपैथी चिकित्सा कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी और ऑपरेशन के बाद भी ली जा सकती है।

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