रोल के मिलने से ज्यादा उसे निभाना मुश्किल: रित्विक अरोड़ा

इंदौर. कई बार इंडस्ट्री में काम तो आसानी ले मिल जाता है लेकिन लगातार खुद को पू्रव करना मुश्किल होता है. मेरे सामने खुद को प्रूव करने का स्ट्रगल है. वहीं किसी भी रोल के मिलने से ज्यादा उसे निभाना मुश्किल होता है क्योंकि उसमें एक अभिनेता  को अपने आपको साबित करना होता है.
यह कहना है अभिनेता रित्विक अरोड़ा का. वे कलर्स टीवी के शो तू आशिकी के प्रमोशन के लिए शहर में थे. वे शो में अहान का मुख्य किरदार निभा रहे हैं. उनके साथ अभिनेत्री जन्नत जुबैर भी थी. रित्विक ने बताया कि यह नि:स्वार्थ प्यार से प्रेरित संगीतमय गाथा है. इसमें हमने समाज की एक डार्क रियलिटी भी दिखाने को कोशिश की है जो समाज में आज भी मौजूद है.
रित्विक ने आगे बताया कि दिल्ली से हूं. मुझे बचपन से ही एक्टिंग का शौक था. इसलिए मैंने थियेटर भी करता था. पापा भी कभी एक्टिंग करना चाहते थे लेकिन किसी कारण वे नहीं कर पाए तो वे मुझे प्रोत्साहित करते थे. इस कारण मेरा मनोबल बढ़ा. चूंकि थियेटर करता था इसलिए मुझे स्क्रिप्ट आसानी से याद हो जाती थी तो कैमरा फेस करने में समस्या का सामना नहीं करना पड़ा.

एक्टिंग में ही खुद को रखना बै बिजी

रित्विक ने बताया किबचपन में करियर को लेकर मेरे लक्ष्य हमेशा बदलते रहते थे और एक्टिंग ऐसा माध्यम था जिसमें मुझे सभी किरदारों को निभाने का मौका मिल रहा था इसलिए मैंने इसे चुना. इसमें हर रोज मुझे कुछ नया करने को मिलता है. मैंने लगातार ऑडिशन दिए और मुझे यह शो मिल गया. हालांकि इसके पहले मैंने मॉडलिंग में कोशिश की थी लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली फिर एक्टिंग पर ही फोकस किया. मेरा एक ही मकसद है खुद को एक्टिंग में बिजी रखना है. मैं युवाओं से यही कहना चाहूंगा किसी काम के प्रति एंबिशन रखो लेकिन अंधो की तरह दौड़ो मत. एक विकल्प भी साथ लेकर चलो.

मेरे जीवन का अहम हिस्सा एक्टिंग: जन्नत जुबैर

जन्नत जुबैर ने चर्चा करते हुए बताया कि मैं शो में पंक्ति का किरदार निभा रही हूं. जो डरी सहमी लड़की है. अहान से मिलने के बाद उसमें अब आत्मविश्वास आया है. वह सिंगर और इंडीपेंडेंट लड़की बनाना चाहती है. जन्नत ने आगे बताया कि मैं 6 साल की उम्र से एक्टिंग कर रही हूं क्योंकि पापा पास एक्टर थे. वे चाहते थे कि मैं भी एक्टिंग करूं. हम रायल फैमेली से है इसलिए दादा के कहने पर पापा ने एक्टिंग छोड़ दी थी क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि उनका बेटा स्ट्रगल करे. मैंने पापा एक्टिंग सीखी और अभी तक मैं कलर्स टीवी के साथ 5 शो कर चुकी हूं. हालांकि शुरू में मैं कैमरे के सामने कुछ नहीं कर पाती थी क्योंकि मैं शर्मिली थी. कैमरा फेस करते समय सहम जाती थी. शुरू एक डेढ़-दो साल मुझे थोड़ा स्ट्रगल करना पड़ा. लेकिन अब एक्टिंग मेरे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है. मैं चाहती हूं मैं ऐेसे किरदार निभाऊ जो समाज में कुछ संदेश दे. हालांकि मेरा लक्ष्य एक्टिंग करना ही नहीं है मैं प्रोड्यूसर बनाना चाहती हूं. अभी एक्टिंग के साथ इवेंट भी करती हूं.

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