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मध्य भारत में पहली बार अपोलो हॉस्पिटल्स ने की रोबोटिक असिस्टेड हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी की शुरुआत
इंदौर, मई 2024: सेंट्रल इंडिया में हेल्थ केयर को नेक्स्ट लेवल पर ले जाते हुए, अपोलो हॉस्पिटल, इंदौर ने CORI सर्जरी सिस्टम लांच किया है – जो हिप आर्थ्रोप्लास्टी/रिप्लेसमेंट प्रोसिजर के लिए डिज़ाइन किया गया नेक्स्ट जनरेशन का एडवांस्ड रोबोटिक प्लेटफॉर्म है। यह अचीवमेंट सेंट्रल इंडिया में एडवांस मेडिकल टेक्नोलॉजी और बेहतर पेशेंट केयर प्रदान करने की अपोलो की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
CORI सर्जिकल सिस्टम एक कॉम्पैक्ट और पोर्टेबल डिवाइस है, जो आज के आधुनिक ऑपरेटिंग रूम के लिए आदर्श है। इसमें एडवांस्ड कैमरा टेक्नोलॉजी है जो पिछले सिस्टम की तुलना में चार गुना से अधिक तेज है, जिससे जल्दी और अधिक एक्यूरेट इमेजिंग प्राप्त होती है। ट्वाइस कटिंग वॉल्यूम के साथ, यह अधिक सटीक प्रोसिजर करने में मदद करता है, जिसका लक्ष्य रोबोट-असिस्टेड सर्जरी तेजी से करना है। इस सिस्टम को सर्जनों द्वारा कंट्रोल किया जाता है, जो उन्हें सर्जरी के दौरान एक्यूरेसी और कंट्रोल प्रदान करता है।
ऑर्थोपेडिक्स और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सुनील राजन की लीडरशिप में, अपोलो ने हाल ही में NAVIO रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम शुरू करने के केवल 3 साल के अंदर मध्य भारत में 500 रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इस प्रकार की उपलब्धि और यह माइलस्टोन हासिल करने वाला देश के चुनिंदा हॉस्पिटल्स में से एक है।
अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप के प्रेसिडेंट और सीईओ डॉ. मधु शशिधर ने कहा कि “अपोलो हॉस्पिटल्स, इंदौर आर्थोपेडिक सर्जरी में शानदार उपलब्धि हासिल कर चुका है, यह मध्य भारत में 500 सफल रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सफलतापूर्वक कर चुका है। रोबोटिक सर्जरी की एडवांसमेंट को अपनाते हुए, हम VsfDudy इनोवेशन के माध्यम से बेहतर पेशेंट केयर के प्रति अपने डेडिकेशन की पुष्टि करते हैं। यह माइलस्टोन न केवल पेशेंट की रिकवरी और क़्वालिटी ऑफ लाइफ को बढ़ाता है, बल्कि यूएस और यूरोप के बाहर कॉस्ट इफेक्टिव हेल्थ सर्विस प्रदान करने वाले सेंटर के रूप में हमारे कमिटमेंट को भी हाइलाइट करता है। जैसे-जैसे हम नेक्स्ट जनरेशन रोबोटिक सर्जरी सिस्टम की ओर आगे बढ़ रहे हैं, हिप रिप्लेसमेंट में एक्यूरेसी को बेहतर कर रहे हैं और गर्व के साथ पॉयनरिंग मेडिकल एडवांसमेंट की अपनी लेगेसी को जारी रख रहे हैं।”
अपोलो हॉस्पिटल इंदौर के सीनियर कंसल्टेंट और हेड रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट प्रोग्राम डॉ. सुनील राजन ने कहा, “हम अपने रोबोटिक सिस्टम की क्षमताओं का लाभ उठाकर ग्लोबल स्टैंडर्ड के अनुरूप परिणाम देने में सक्षम हैं। CORI सर्जिकल सिस्टम की शुरुआत के साथ, हम इमेज-फ्री स्मार्ट मैपिंग, रियल-टाइम प्लानिंग, प्रिसिजन मिलिंग, इंट्रा-ऑपरेटिव गैप बैलेंसिंग और कम्पेटिबिलिटी के साथ पार्शियल और टोटल नी और हीप सर्जरी, रोबोट-असिस्टेड रिविजन नी और अब हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी जैसी सुविधाओं के साथ ज्वाइंट आर्थ्रोप्लास्टी में क्रांति लाने में सक्षम होंगे। ये बेहतर रिजल्ट के लिए पर्सनलाइज्ड, एआई-पावर्ड प्लानिंग प्रदान करता है। ”
अपोलो हॉस्पिटल्स, इंदौर के सीनियर कंसल्टेंट और डायरेक्टर डॉ. अशोक वाजपेयी ने कहा, “अपोलो में कंसल्टेंट्स की सीनियर टीम होने के साथ साथ हमने उन्हें लेटेस्ट टेक्नोलॉजी प्रदान की हुई है। डॉ. राजन ने सेंट्रल इंडिया में रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट प्रोग्राम शुरू किया और आज अपोलो इंदौर का रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट प्रोग्राम देशभर में अग्रणी है। इसके अलावा हिप रिप्लेसमेंट के लिए 2nd रोबोट को शामिल करना एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है और इससे हमारे मरीजों को काफी फायदा होगा।’
ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी आमतौर पर गठिया (विशेष रूप से ऑस्टियोआर्थराइटिस), फ्रैक्चर, गठिया से जोड़ों में आए विकार, टूट-फूट के कारण विकृति और गतिविधियों में कठिनाई सहित कई परेशानियों को दूर करने के लिए की जाती है। रोबोटिक- असिस्टेड सर्जरी एक विश्वसनीय सॉल्यूशन के रूप में उभरी है, जो अलाइनमेंट की सटीकता को बढ़ाती है और कम से कम दर्द, नेचुरल नी स्ट्रक्चर के बचाव और ब्लड लॉस को कम करने के साथ 100% सटीकता प्रदान करती है। यह एडवांस अप्रोच न केवल तेजी से रिकवरी और शीघ्र डिस्चार्ज सुनिश्चित करता है, बल्कि किफायती तरीके से ज्वाइंट रिप्लेसमेंट प्रोसिजर से गुजरने वाले पेशेंट के लिए ओवरऑल रिजल्ट में भी सुधार करता है।