देवांग कोष्टा-कोष्टी समाज के महाकुंभ में आएंगे 20 राज्यों के प्रतिनिधि

भाजपा सहित प्रमुख दलों द्वारा समाज की उपेक्षा के विरोध में होगी आवाज बुलंद
इंदौर. देश के 20 राज्यों में लगभग 5 करोड़ की जनसंख्या वाले कोष्टा-कोष्टी, देवांग-देवांगन समाज का 18वां राष्ट्रीय महाकुंभ इस बार 29-30 सितंबर को इंदौर में हो रहा हैं. देश के लगभग 20 बुनकर बाहुल्य राज्यों से 300 से अधिक पदाधिकारी इस महाकुभ में आ रहे है.
29 सितंबर को दोपहर 2 बजे यशवंत निवास रोड़ स्थित चंद्रगुप्त परिसर से भव्य कलश यात्रा के साथ इस महाकुंभ का शुभारंभ होगा. 30 सितंबर को सुबह 10 बजे परदेशीपुरा चौराहा स्थित गोकुलधाम परिसर पर अ.भा. परिचय सम्मेलन भी होगा।
श्री कोष्टी समाज महानगर इंदौर के तत्वावधान में देवांग कोष्टी समाज के अध्यक्ष कल्याण देवांग, कोष्टी समाज झांसीवाले के अध्यक्ष डॉ. कैलाश धकेता, देवांग कोष्टी समाज सकल पंच के अध्यक्ष शांतिलाल हेड़वे एवं कोष्टी समाज पंचायत ट्रस्ट के अध्यक्ष किशनलाल बोकरे ने पत्रकारों को बताया कि मूलत: बुनकर समाज के इस महाकुंभ में समाज के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा भाजपा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अपनी उपेक्षा के विरोध में आवाज उठाने के साथ ही जनसंख्या के आधार पर राजनीति में भागीदारी, बुनकर भाईयों के हकों के लिए आवाज बुलंद करने,समाज के अंतिम व्यक्ति को संगठन से जोड़ कर शक्तिशाली समाज का नवनिर्माण करने सामूहिक विवाह एवं परिचय सम्मेलन जैसे कार्यक्रम आयोजित करने पर विचार मंथन होगा.
श्री देवांग ने बताया कि मप्र में अनेक जिलों में लगभग 50 लाख की आबादी इस समाज की है लेकिन अब तक राजनीति में कोई प्रतिनिधित्व राज्य स्तर पर नहीं मिल पाया है. छग में समाज के चार विधायक हैं लेकिन म.प्र. में 50 लाख आबादी के बावजूद एक भी विधायक नहीं हैय. इस महाकुंभ में समाज की राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु जोरदार आवाज बुलंद करने की तैयारियां की जा रही हैं.

कलश यात्रा के साथ होगा शुभांभ

कार्यक्रम संयोजक राजेश सिद्ध एवं कलश यात्रा संयोजक गगन बाकडिय़ा ने बताया कि महाकुंभ का शुभारंभ 29 सितंबर को दोपहर 2 बजे मालवामिल चौराहा स्थित चंद्रगुप्त परिसर से भव्य कलश यात्रा के साथ होगा। कलश यात्रा में 1008 महिलाएं मंगल कलश लेकर चलेंगी. इस अवसर पर विभिन्न प्रस्ताव पारित कर भाजपा सहित सभी राजनीतिक दलों को भेजे जाएंगे और उनसे समाज के योग्य और सक्रिय नेताओं को टिकट देने की मांग की जाएगी. 30 सितंबर को सुबह 10 बजे परदेशीपुरा चौराहा स्थित गोकुलधाम परिसर पर अ.भा. परिचय सम्मेलन भी होगा।

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