- Did you know Somy Ali’s No More Tears also rescues animals?
- Bigg Boss: Vivian Dsena Irked with Karanveer Mehra’s Constant Reminders of Family Watching Him
- Portraying Diwali sequences on screen is a lot of fun: Parth Shah
- Vivian Dsena Showers Praise on Wife Nouran Aly Inside Bigg Boss 18: "She's Solid and Strong-Hearted"
- दिवाली पर मिली ग्लोबल रामचरण के फैन्स को ख़ुशख़बरी इस दिन रिलीज़ होगा टीज़र
माता-पिता की सेवा कर उनकी दुआए लें: सैयदना
अशरा मुबारका में 51वे एवं 52 वे धर्मगुरु की वाअज का ऑडियो-वीडियो प्रसारण हुआ
इंदौर. दाउदी बोहरा समाज के मोहरर्म की आठ तारीख मंगलवार को अशरा मुबारका की सातवी वाआज में में 51वे धर्मगुरु डॉ. सैयदना ताहेर सैफुददीन मौला (रजि) एवं 52वे धर्मगुरु डॉ. सैयदना मोहम्मद बुरहानुददीन मौला (रजि) की पूर्व में फरमाई गई वाआज का ऑडियो वीडियो प्रसारण इंदौर सहित देश विदेश में जहां-जहां समाजवासी निवास करते हैं वहां हुुुआ. 53वेे धर्मगुरु सैयदना आली कदर मुफ्फद्दल सैफुददीन मौला वाआज में सैफीनगर मस्जिद में जल्वा अफरोज थे.
वाअज में पहले 51वे धर्मगुरु डॉ. सैयदना ताहेर सैफुददीन मौला (रजि) की पूर्व में फरमाई गई वाअज का आडियो प्रसारण हुआ. वाआज में 51 वे धर्मगुरु सैयदना ताहेर सैफुददीन मौला ने इमाम हुसैन की शहादत के बयान फरमाते हुए शहादत पढ़ी.
इसके बाद 52वे धर्मगुरु डॉ. सैयदना मोहम्मद बुरहानुददीन मौला (रजि) की 1986 में इंदौर में फरमाई गई मोहरर्म की आठ तारीख अशरा मुबारका की सातवीं वाअज का ऑडियो वीडियो प्रसारण शुरू हुआ. 52वे धर्मगुरु डॉ सैयदना मोहम्मद बुरहानुददीन मौला (रजि ने वाअज में फरमाया कि शिक्षा हासिल करते रहे.
शरियते इस्लाम ने मर्द औरत दोनो को शिक्षा हासिल करना फर्ज किया है, माता-पिता की सेवा कर उनकी दुआएं लें. बच्चों की तरबियत अच्छी तरह कर उन्हें नेक आदाब व सलूक की शिक्षा दे, सैयदना साहब ने वाआज में मौला अली मुश्किलकुशा की परहेजग़ार व ईबादत गुज़ार जिंदगी के बयान फरमाते हुवे शहादत पढ़ी इस अवसर पर अश्कबार ऑंखो से पूरजोश मातम हुआ.
1986 के अशरा मुबारका की याद ताजा हुई
यह जानकारी देते हुए समाज की जनसंपर्क समिति के मीडिया प्रभारी मजहर हुसैन सेठजी वाला व सदस्य बुरहानुददीन शकरुवाला ने बताया कि इंदौर के समाजवासियो के लिए मंगलवार का दिन ऐतिहासिक व अविस्मरणीय था, समाजवासियों ने वाअज में 51 वे धर्मगुरु की आवाज मुबारक सुनी. परदे पर 51वे धर्मगुरु के वाआज फरमाते हुए फोटो भी देखे.
इसके साथ ही इंदौर के समाजवासियों को 52वे धर्मगुरु डॉ. सैैयदना मोहम्मद बुरहानुददीन मौला की ऑडियो-वीडियो वाअज का प्रसारण शुरू होते ही 1986 के अशरा मुबारका की याद ताजी हो गई. तब इंदौर में मोहरर्म के अशारा मुबारका की नौ दिनी वाअज के लिए धर्मगुरु डॉ. सैयदना मोहम्मद बुरहानुददीन मौला इंदौर तशरीफ लाए थे. समाजवासी ने नम ऑंखों से 51वे एवं 52 वे धर्मगुरूओं को याद किया.
यहां हुआ प्रसारण
वाअज का प्रसारण सैफीनगर, बुरहानिया सैफिया मवाईद, एम.एस.बी स्कूल परिसर, न्यू सैफीनगर मरकज़, सियागंज, बोहरा बाखल, छावनी, बद्री बाग, नूरानी नगर, मसाकिन सोफिया, हसन जी नगर, मल्हारगंज, अम्मार नगर, नजमपूरा, राऊ आदि मस्जिदों व मरकजों पर हुआ. बड़ी संख्या में समाजवासी मस्जिदो व मरकज़ो पर उपस्थित थे, बुधवार को मोहर्रम के अशरा मुबारका की आठवी वाआज सैैैैफीनगर मस्जिद मे समाज के 53वे धर्मगुरु डॉ सैयदना आली कदर मुफददल मौला (त.उ.श.) सुबह 10.30 बजे से फरमाऐंगे। मंगलवार को सैयदना साहेब की तरफ से नियाजे हुसैन का सामूहिक भोज हुआ.