कैनवास पर फोक आर्ट शैली में सिग्नेचर किया

क्रिएट स्टोरीज द्वारा कला के रंगों से सजाई गयी प्रदर्शनी कला के रंग

क्रिएट स्टोरीज द्वारा दो दिनी सामूहिक कला प्रदर्शनी ” कला के रंग ” का आयोजन कैनरीज आर्ट गैलरी में किया गया । आयोजक दीपक शर्मा ने बताया की यह कला प्रदर्शनी सभी कला प्रेमियो के लिए है एवं सीखने का एक प्लेटफार्म भी है एवं इसमें पेंटिंग , आयल पेंटिंग , म्यूरल पेंटिंग , स्प्रे पेंटिंग , डिजिटल पेंटिंग , स्केच , पोर्ट्रेट्स ,फोटोग्राफी , बेस्ट फ्रॉम वेस्ट आदि प्रदर्शित किया गया है।

यह ओपन थीम पर आधारित थी  । मदर्स डे के मद्देज़र कुछ आर्ट वर्क मदर्स डे थीम पर आधारित थे । इसमें 4 से 57 साल तक के 43 कलाकारों के 88 आर्ट वर्क लगाये गएँ है | इसमें इंदौर के साथ साथ भोपाल , गुना , रीवा , उज्जैन , झाबुआ , गुना आदि जगहों के कलाकारों ने हिस्सा लिया|

19 मई को मतदान के मद्देनज़र सभी कलाकारों और विजिटर्स ने राष्ट्रहित में मतदान के लिए एक कैनवास पर सभी ने फोक आर्ट शैली में सिग्नेचर किआ और वोट के लिए अपील की एवं शपत ली मतदान करने की इस कैनवास का नाम दिया गया “ वोट फॉर बेटर इंडिया ” |

प्रदर्शनी का उद्घाटन फिल्म चक दे इंडिया फेम और पूर्व विमेंस हॉकी टीम के कोच मीर रंजन नेगी ने किआ |

इन कलाकारों ने प्रदेश भर से हिस्सा लिया –  अपर्णा भुसारी , रिशिका शर्मा , रीमा जैन , प्रशस्ति बंथिया , अक्षरा बाबेल , अंकिता शर्मा, जयति कोठारी , पुनिता व्यास , कार्तिक व्यास , निक्की शर्मा , इंदिरा सिन्हा , अर्चना पाटीदार , प्रीति जैन , प्रियंका जैन , पूजा बंसल , तुलिका सोमानी , जूही वलस्कर , संजय पांचाल , वर्षा सिरसिया , आकाश वर्मा , परी अकोटिया , पूनम विशाल ज्वैल , पूजन विशाल ज्वैल , रिया गुप्ता , शिवानी पवार , आयुष जांगिड़ , अर्शी नाहर , आयुषी सेंगर , अनन्या मित्तल , पलक जैन , लक्ष्मी कुशवाहा , पवन वर्मा , पूजा प्रजापति , नीलाक्षी क्वात्रा , विआन अवस्थी , रीना नागोरिया , प्रमिला रायकवार , खुशबू बाथम , कनिष्क रामचंदानी , महक चौहान , गौरी केलकर , 4 साल के अथर्व अम्रुत्फाले  और 57 साल के उदय खोल्कुटे ने अपनी कला को प्रदर्शित किआ  |

सीनियर आर्टिस्ट शुभा वैद्य ने बताया की यह एक ऐसा मंच है जिसमे प्रतिभागी को अपनी कला को प्रदर्शित करने के साथ साथ सीखने का मौका भी मिलता है साथ ही कुछ नई टेकनिक जानने और सीखने को मिलती है  | उन्होंने कहा की सभी प्रतिभागी का अपना एक काम है और किसी को भी किसी से तुलना नहीं की जा सकती क्यूंकि हर कलाकार का अपना एक दिमाग और इमेजिनेशन होती है जिसे वे कला के रंगों से उकेरते है , यहाँ पर ज्यदातर नॉन प्रोफेशनल आर्टिस्ट की इमेजिनेशन के साथ उनकी कला के रंगों को देखा गया |

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