सनातन धर्म का आधार विज्ञान है: पुंडरीक गोस्वामी महाराज

विपत्ति काल में स्वयं को प्रेरित कैसे करें”विषय पर अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन।

श्री वैष्णव वाणिज्य महाविद्यालय, इंदौर द्वारा विपत्ति काल में स्वयं को प्रेरित कैसे करें”विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इस आयोजन में बताया गया कि वर्तमान परिदृश्य आत्मबोध,आत्मनियंत्रण, आत्मविश्लेषण का है, आज की प्रतिकूल परिस्थितियों में हमें आत्मविश्वास के साथ नव सृजन का मार्ग प्रशस्त करना है।

मुख्य वक्ता विश्व प्रसिद्व आधात्मिक व्यक्तित्व मन्मधवगौडेश्वर वैष्णवाचार्य श्री पुंडरीक गोस्वामी महाराज को आमंत्रित किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अथिति वैष्णव ट्रस्ट ग्रूप के चेयर मैन , कुलाधिपति (वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय) के श्री पुृरुषोत्तम जी पसारी उपस्थित रहे।

श्री पसारी जी में अपने उद्बोधन में कहा कि वैष्णव ट्रस्ट सदैव ही आध्यात्मिक विचारों से समाज का मार्ग प्रशस्त करता आया है। इसी कड़ी में आज का कार्यक्रम आयोजित करा गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय प्राचार्य डॉ परितोष अवस्थी के स्वागत वचनों से किया गया।

इस अवसर पर श्री पुंडरीक गोस्वामी जी महाराज ने अपने उदबोधन में कहा कि–“भविष्य की परिस्थितियों को देखकर लगता है कि हमें प्रकृति के साथ चलना होगा।हमें स्वयं को आत्मसम्बल देना होगा क्योंकि हमारे सनातन धर्म का आधार विज्ञान है”। स्वामी जी द्वारा स्काट से सम्बंधित रोचक कथ्य भी सुनाया गया उनका मानना है कि यह आत्म चिँतन का समय है।

कार्यक्रम समन्वयक प्रो विभोर ऐरन ने जानकारी दी कि इस वेबिनार में देश – विदेश के लगभग 3500 प्रोतिभागियो ने भाग लिया, जिसमे श्रीलंका, सिंगापुर, नेपाल यू एस ए के भी प्रतिभागी उपस्थित रहे।

इस कार्यक्रम में,महाविद्यालय प्रवंधन समिति के अध्यक्ष श्री मनोहर जी बाहेती जी, सचिव श्री देवेंद्र जी नागर, श्री गिरधरगोपाल जी नागर, श्री प्रदीप जी चोपड़ा व अन्य सभी “प्रवंधन वर्ग द्वारा वेबिनार के सफल आयोजन पर महाविद्यालय परिवार को शुभकामनाएं दी।

प्रबंधन समिति के सचिव श्री देवेंद्र जी नागर ने सभी का आभार व्यक्त किया। तकनीकी प्रभारी प्रो राकेश उपाध्याय व प्रो राजेश सेठी रहे। इस आयोजन में महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों द्वारा महत्वपूर्ण जवाबदारियों का निर्वहन पूर्ण मनोयोग के करा गया।

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