येस बैंक लिमिटेड को आरबीआई से मिली अर्थोराइज्ड शेयर कैपिटल बढ़ाने की मंजूरी

मुंबई। हाल ही में बाजार में आई अफवाहों और खबरों से लगता है कि येस बैंक लिमिटेड के बारे में चारों ओर बहुत सारी अटकलें हैं। बैंक प्रबंधन उन्हें काल्पनिक, असंबद्ध और गैर-जिम्मेदार होने के कारण दृढ़ता से मना करता है।

हालांकि इससे शेयर की कीमत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, लेकिन बैंक यह बताना चाहेगा कि उसकी पूंजी और तरलता की स्थिति नियामक सीमा से ऊपर है और परिसंपत्ति की गुणवत्ता मार्गदर्शन के बाद उपलब्ध है, जो Q1 वित्तीय वर्ष 20 के परिणाम प्रदान करता है।

हाउसिंग फायनेंस/रियल एस्टेट समूह के लिए बैंक का बकाया एक्सपोज़र, जो आज खबरों में है, पूरी तरह से सुरक्षित है और पिछले छह महीनों में इस एक्सपोज़र में लगभग 30% की कमी आई है। खाता मानक और चालू है।

पिछली तिमाही की तुलना में नए फिक्स्ड डिपॉजिट  खातों की संख्या में बैंक की रिटेल फ्रैंचाइज़ी 39% की वृद्धि के साथ मजबूत बनी हुई है।

येस बैंक के एमडी और सीईओ रवनीत गिल ने कहा कि शुक्रवार, 27 सितंबर, 2019 को भारतीय रिज़र्व बैंक से आगे बढ़ने के लिए, बैंक आवश्यक विकास पूंजी जुटाने के लिए दृढ़ता से ट्रैक पर है।

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