- टास्कअस ने हर महीने 250 से ज़्यादा नए स्टाफ को नियुक्त करने की योजना के साथ इंदौर में तेजी से विस्तार शुरू किया
- Capture Every Live Moment: OPPO Reno13 Series Launched in India with New MediaTek Dimensity 8350 Chipset and AI-Ready Cameras
- OPPO India ने नए AI फीचर्स के साथ पेश की Reno13 सीरीज़
- इंदौर एनिमल लिबरेशन की पहल: जानवरों के अधिकारों का हो समर्थन
- सपनों को साकार करने का मंच बन रहा है ‘प्लास्ट पैक 2025’
पुस्तक चाणक्य मंत्र और क्रांतिवीर भगतसिंह की मांग अधिक
इन्दौर. एडोल्फ हिटलर की मेरा संघर्ष, पं. नेहरू की डिस्कवरी ऑफ इंडिया, खुशवंतसिंह की पाकिस्तान मेल, अमृतलाल वेगड़ की नर्मदा, तस्लिमा नसरीन की लज्जा, अमीश त्रिपाठी की सीता, एस.एम. राजमोली की बाहुबली, मुंशी प्रेमचंद की जब्तशुदा कहानियां, भगवतीचरण वर्मा की भूले बिसरे गीत जैसी पुस्तकें बिक रही है मालवा पुस्तक प्रदर्शनी में. 10 दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी प्रीतमलाल दुआ प्रदर्शनी हाल में चल रही है.
यह जानकारी पार्वती प्रकाशन के प्रमुख जितेन्द्र चौहान ने दी. उन्होंने बताया कि पुस्तक प्रदर्शनी में हिन्दी, मराठी और अंग्रेजी भाषा की 250 प्रकाशकों की 4000 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध हैं. सबसे अधिक पुस्तकें बाल साहित्य, ज्ञान विज्ञापन, ज्योतिष, पत्रकारिता, कला, संस्कृति, कम्प्यूटर, प्रबंधन आदि विषयों पर है। इसके अलावा शेर-ओ-शायरी, व्रत-त्यौहार, गजल आदि पर भी पुस्तकें उपलब्ध है। प्रदर्शनी में इसके अलावा व्यक्तित्व निर्माण और सफलता दिलाने वाली पुस्तकें भी रखी गई है. मालवा पुस्तक प्रदर्शनी प्रीतमलाल दुआ प्रदर्शनी हाल में 13 मई तक रोजाना सुबह 11 से रात्रि 8 बजे तक पुस्तक प्रेमियों के लिए नि:शुल्क है. प्रदर्शनी में प्रेमचंद, फणीश्वरनाथ रेणु, रविन्द्रनाथ टैगोर, सआदत हसन मंटो, इस्मत चुगताई, मालती जोशी, शिवानी, हरिशंकर परसाई, शरद जोशी जैसे अग्रणी लेखक-लेखिकाओं की पुस्तकें उपलब्ध है. क्लासिक कृतियों का विशेष खंड है. साहित्यिक प्रत्रिकाओं का भी सुधी पाठक अवलोकन कर सकेंगे. पुस्तक प्रदर्शनी में किरण बेदी की नेतृत्व और प्रशासन, हरिशंकर परसाईजी, आवारा भीड़ के खतरे, रविन्द्र कालिया की युवा पीढ़ी की प्रेम कहानियां है. इसके अलावा हरिवंश राय बच्चन के लोकप्रिय गीत, इकबाल की शायरी, संत- महात्माओं के दोहे, डॉ. कुमार विश्वास की कोई दिवाना कहता है। दुष्यंत कुमार के गजलों का संग्रह और जिगर मुरादाबाद की शायरियां भी रखी गई है।