विद्यार्थियों के बाद स्टैंजा लिविंग ने नौकरीपेशा लोगों के लिए लॉंच किया शेयर्ड लिविंग

भारत की सबसे बड़ी स्टूडेंट हाउसिंग कंपनी ने 10000 बेड के साथ नौकरीपेशा लोगों के लिए शेयर्ड लिविंग लॉंच किया

इंदौर. भारत की सबसे बड़ी स्टूडेंट हाउसिंग कंपनी, स्टैंजा लिविंग ने विद्यार्थियों को लिविंग स्पेस उपलब्ध कराने के बाद अब नौकरीपेशा लोगों के लिए को-लिविंग स्पेस की शुरुआत कर अपनी सेवाओं का विस्तार किया। स्टैंजा लिविंग की नई योजना में नौकरीपेशा लोगों की जरूरतों के अनुसार शुरुआती दौर मे 10,000 बेडों की व्यवस्था रखी गई है।

विशेष रूप से डिज़ाइन की गई यह योजना नौकरीपेशा लोगों को अनुकूल सह-अवसीय सुविधाएं प्रदान करेगा। इसके साथ ही कंपनी की नए और मौजूदा बाजारों में अपने बिजनेस को नई ऊंचाई प्रदान करने की योजना है।

भारत में शेयर्ड लिविंग सेक्टर काफी हद तक असंगठित रहा है। यह बुनियादी ढांचे और सेवा की गुणवत्ता में कमी से प्रभावित रहा है। इसमें प्रमुख रूप से खराब रख-रखाव और तंग इमारतें, खराब गुणवत्ता वाले भोजन, दैनिक सुविधाओं की कमी और कुछ अन्य समस्याएँ शामिल हैं। स्टैंज़ा लिविंग को इन अनुभवों के आधार पर बेहतर प्रबंधन, सेवाओं पर केंद्रित, प्रौद्योगिकी रूप से सक्षम आवासीय समाधान के रूप में शुरू किया गया था।

इसे नए-जमाने के प्रवासी उपभोक्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया था। यहां उपभोक्ता उच्च गुणवत्ता वाले आवासीय समाधानों को प्राप्त कर सकते हैं, जिनमें बेहतर डिज़ाइन के निवास स्थान, शेफ-क्यूरेटेड भोजन, वाईफाई, कपड़े धोने की सेवा, हाउसकीपिंग और बेहतर सुरक्षा वाले आवासों की व्यवस्था शामिल है|

10 महीने के अनुसंधान और योजना निर्माण के बाद नौकरीपेशा लोगों के लिए स्टैंज़ा लिविंग के आवासों को एक समाधान के रूप में विकसित किया गया है। इस शोध में  लगभग 3,000 स्नातक छात्रों,  नए पेशेवरों और संपत्ति के मालिकों के साथ साक्षात्कार भी शामिल है। उनकी जीवन शैली की आवश्यकताओं को समझ कर प्रवासी नौकरीपेशा लोगों के लिए एक अनुकूल शेयर्ड लिविंग स्पेस तैयार किया गया है।

बिजनेस के विस्तार पर बोलते हुए, अनिंद्य दत्ता, एमडी और सह-संस्थापक, स्टैंज़ा लिविंग ने कहा, “भारत की सबसे बड़ी स्टूडेंट लिविंग कंपनी बनाने और 10 शहरों में छात्रों की आवश्यकताओं को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, हमें लगता है कि यह उपयुक्त समय है कि हम कामकाजी पेशेवर श्रेणी में सेवाओं का विस्तार करें। हमने छात्रों को प्रदान की गई सेवाओं की तरह ही नौकरीपेशा लोगों की जरूरतों को समझने का प्रयास किया है और उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप डिज़ाइन किया गए प्रॉडक्ट पेश कर रहे हैं। हम इस श्रेणी को कई गुना बढ़ाने और भारत के सबसे बड़े शेयर्ड लिविंग ऑपरेटर के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करने के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं। “

संदीप डालमिया, एमडी और सह-संस्थापक, स्टैंज़ा लिविंग ने कहा, “नौकरीपेशा लोगों की श्रेणी में हमारा प्रवेश हमारे छात्र उपभोक्ताओं के लिए प्रदान किए गए सेवाओं के अनुरूप है। स्नातक के बाद संभावना होती है की वे प्रवासी पेशेवर बने, हम उनकी बढ़ती जरूरतों के अनुकूल उनके प्रवास स्थान पर उन्हें एक एस्पिरेशनल लाइफस्टाइल समाधान प्रदान करने का प्रयास करते हैं। हम अपने समग्र वैल्यू प्रोपोज़िशन को लॉन्च करने को लेकर काफी उत्साहित हैं, जिसमें विविध प्रवासी कामकाजी आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए 10,000 बेड की व्यवस्था होगी।”  

2019 में 20 मिलियन से अधिक भारतीयों ने बेहतर कैरियर की तलाश में अंतर-देशीय पलायन किया। गुणवत्ता वाले आवास की कमी के कारण वे निम्न दर्जे और असंगठित आवास विकल्पों पर निर्भर रहे हैं। इसने उच्च-गुणवत्ता वाले किफायती, सुलभ और सुविधाजनक प्लग-एंड-प्ले लिविंग स्पेस की मांग को काफी बढ़ा दिया है। अपनी नवीनतम पेशकश के साथ, स्टैंज़ा लिविंग भारत के प्रवासी आबादी को इस अनजानी समस्या से निबटने में सक्षम बनाएगा। यह छात्रों और पेशेवरों की जीवन शैली की जरूरतों के अनुरूप एक बेहतर पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करता है।

कंपनी ने अपने नए वर्टिकल के लिए मौजूदा उपभोक्ताओं में आरंभिक रुचि दर्ज की है। स्टैंज़ा लिविंग कामकाजी पेशेवर श्रेणी के लिए 15 से अधिक कंपनियों के साथ रेसिडेंस पार्टनर व्यवसाय की तलाश कर रहा है। शेयर्ड लिविंग अनुभवों को बेहतर करने के उद्देश्य से संकल्पित, स्टैंज़ा लिविंग एक पूर्णतया प्रबंधित, प्रौद्योगिकी-सक्षम हॉस्पिटैलिटी,पेशकश है, जिसे भारत में प्रवासी युवाओं की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। उपभोक्ता किसी भी परेशानी मुक्त रहने वाले जीवंत, अनुकूल डिजाइन,  शेफ-क्यूरेटेड भोजन, वाईफाई,  कपड़े धोने की सेवा, हाउसकीपिंग और कड़ी सुरक्षा सहित उच्च-गुणवत्ता से परिपूर्ण आवासीय समाधानों को प्राप्त कर सकते हैं।     


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