सायबर अपराध से बचाव के लिये सुरक्षा उपायों का पालन व सतर्कता जरूरी है: डॉं वरूण कपूर :

“Black Ribbon Initiative”’’संदेश’’ अभियान के तहत 568वीं कार्यशाला संपन्न

“Black Ribbon Initiative” अभियान के तहत “सायबर सुरक्षा एवं जागरूकता’’ विषय पर प्रज्ञा गर्ल्स स्कूल, इंदौर में डॉं. वरूण कपूर-अति. पुलिस महानिदेशक के आतिथ्य में कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें 477 छात्राओं एवं 26 शिक्षकगणों ने भाग लिया । कार्यशाला के प्रारंभ में स्कूल के डायरेक्टर श्री सागर पटेल द्वारा डॉं. वरूण कपूर को प्लांट एवं प्राचार्या श्रीमती रेशमा जुनेजा द्वारा बुके देकर स्वागत किया गया।

डॉं. कपूर द्वारा छात्राओं एवं शिक्षकों को संबोधित करते हुये बताया कि जैसे-जैसे इंटरनेट का उपयोग बढ़ा है वैसे-वैसे सायबर अपराध का दायरा भी बढ़ता जा रहा है । आम आदमी इंटरनेट का उपयोग तो कर रहा है लेकिन सतर्कता एवं सुरक्षा उपायों से अनभिज्ञ है । सायबर अपराधी सायबर स्पेस का असुरक्षित ढंग से उपयोग करने वाले को निशाना बनाते हैं। इसके लिये वे स्पैम ईमेल, फिशिंग, वायरस, फर्जी कॉल, बुलिंग, स्टॉकिंग, ग्रुमिंग, सोशल साईट्स पर पहचान छुपाकर फ्रेण्ड रिक्वेस्ट भेजकर संपर्क स्थापित कर घटनाओं को अंजाम देते हैं । इन सबसे बचने के लिये जागरूक एवं सतर्क रहे और दूसरों को भी जागरूक एवं सतर्क करें। कभी भी अंजान लिंक को क्लिक न करें, सोशल मीडिया-फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाटस्अप पर अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें, किसी भी प्रकार के झांसे में न आये, प्रलोभन से बचें । अनजान एप्स डाउनलोड न करें ।

डेबिट/क्रेडिट कार्ड की जानकारी एवं ओटीपी शेयर न करें। सार्वजनिक वाईफाई का उपयोग न करें अन्यथा वाईफाई के माध्यम से आपके खाते या निजी जानकारी चुराई जा सकती है । केवाईसी के नाम पर दस्तावेज व निजी जानकारी मांगे जाने पर न दे । निजी वाईफाई के पासवर्ड को बदलते रहें । ई-मेल/सोशल मीडिया अकाउंट को काम के बाद लॉगआउट करें। सोशल मीडिया और वित्तीय लेनदेन के लिये मजबूत पासवर्ड बनायें । एंटीवायरस एप्लीकेशन को अपडेट रखें । ज्यादातर महिलायें सायबर स्टॉंकिंग की शिकार होती हैं । यदि किसी अपरिचित व्यक्ति के द्वारा उन्हें बार-बार अनावश्यक रूप से फोन, ई-मेल, सोशल मिडिया एवं चेट रूम के माध्यम से परेशान किया जाता है तो उन्हें तुरन्त रिपोर्ट करनी चाहिये या अपने विश्वसनीय व्यक्ति को इसकी जानकारी देना चाहिये।

छात्राओं के प्रश्नों का समाधान डॉं. कपूर द्वारा सहजता से किया गया। छात्राओं द्वारा कार्यशाला में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया गया। कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली दो छात्राओं क्रमशः अमिदित्या एवं रितिका को डॉं. कपूर ने प्रमाण-पत्र व गोल्डन बैज प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यशाला का संचालन श्रीमती मेघना येवलेकर द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम के अंत में स्कूल की प्राचार्या श्रीमती रेशमा जुनेजा एवं शिक्षिका प्रिया शुक्ला द्वारा डॉं. वरूण कपूर को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेट किया गया। सेमिनार के सफल संचालन में निरीक्षक श्रीमती पूनम राठौर, उनि(विसबल) राजा इमरान व उनकी टीम के सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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