स्टेण्ड अप और कविताओं से दर्शकों का मोहा मन

ओपन माईक जज्बात का आयोन
इंदौर. शहर में बीती शाम डेबस्टर संस्था द्वारा ओपन माईक जज्बात का आयोजन एक कैफ़े में किया गया, जिसमें शहर के कलाकारों ने कविता, कॉमेडी, सिंगिग और स्टोरी टेलिंग की परफॉरमेंस दी.
शहर के ही कलाकार पार्थ और दर्शी ने हिन्दी गीतों ‘तेरी गलिया और मेरे महबूब ने समा बाँध दिया. वही मनु अग्रवाल की एक खूबसूरत सूरत कविता ने माहौल को मोहब्बत के रंग में रंग दिया. स्टैंड-अप कॉमेडियन जतिन गेरा ने लोगों को खिलखिलाने पर मजबूर कर दिया.

शाश्वत श्रीवास्तव ने अपने मसखरे अंदाज में दर्शकों का दिल जीत लिया. अपनी खूबसूरत परफॉरमेंस से नन्हे कलाकार अक्षय मेहर ने मृत्युलोक के आधीपति बाबा महाँकाल की शान में कविता सुनाई और उनके साथ दिनेश मेहर ने तुम्हारा नाम लिख-लिखकर मिटाना भुल जाता हूँ मैं तुम्हें जब याद करता हूँ तो भुलाना भुलजाता हूँ मैं बहुत सी ऐसी बातें है जो तुमसे कहनी है तुम जब ख्बावों में मिलती हो तो सुनाना भुल जाता हूँ मैं अब तुम्हारी यादों से आबाद हे मेरी जिन्दगी तुम्हारी यादों में अक्सर सोना भुल जाता हूँ मैं कविता और शायरी से शहरवासियों का मन मोह लिया.

जहा एक तरफ युवाओं में उत्साह नजऱ आया वही कला के प्रति लोगों की दीवानगी भी देखने का मिली. ”जज़्बात” की ऑर्गनिसर महक वर्मा ने बताया, इन दिनों कई आपेन माईक आयोजित किये जाते है, जिससे कलाकारों का उत्साह बढ़ाया जा सके और लोगों को इन कलाओं के बारे में बताया जा सके. ओपन माईक संचालन लीन माइटी और वैष्णवी मवार ने किया ।

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