महिलाएं ममता, साहस और वात्सल्य की प्रतिमूर्ति

कायस्थ समाज की पांच महिलाएं कर्मनंदिनी अलंकरण से सम्मानित
इंदौर. नंदिनी कायस्थ महिला क्लब ने ऐसी पांच विधवा (कल्याणी) और तलाकशुदा महिलाओं को कर्मनंदिनी अलंकरण से सम्मानित किया, जिन्होंने विपरित परिस्थितियों में भी स्वयं को डिगने नहीं दिया और अपनी कर्मशक्ति के बल पर पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने परिवार का पालन पोषण कर समाज में विशिष्ट  पहचान बनाई. सम्मानित महिलाओं के नाम हैं- श्रीमती रजनी सक्सेना, उमा श्रीवास्तव, नीना सक्सेना, स्वाति सक्सेना और श्रीमती उमा खेर.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कायस्थ समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष समाजसेवी महेश कुमार श्रीवास्तव थे. उन्होंने नंदिनी क्लब की इस सराहनीय पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि महिलाएं दया, ममता, कर्म, साहस और वात्सल्य की प्रतिमूर्ति हैं. वे जो ठान लेती हैं उसे कर दिखाती है. उनकी सहभागिता के बगैर परिवार से लेकर राष्ट्र तक की कल्पना नहीं की जा सकती. अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में श्रीमती वीणा श्रीवास्तव ने कहा कि इस आयोजन से दूसरे लोग भी प्रेरणा लेंगे और उनकी सोच बदलेगी.
क्लब की अध्यक्ष श्रीमती सुषमा श्रीवास्तव ने कहा कि यह आयोजन सभी के सहयोग से पूरा हुआ. कार्यक्रम संयोजक श्रीमती सुनीता खरे एवं सुनीता श्रीवास्तव ने बताया कि इस अवसर पर श्रीमती प्रीति सक्सेना और अनिता श्रीवास्तव ने मनोरंजन गेम खिलाए, जिसमें रेखा श्रीवास्तव, रचना खरे और माधुरी सक्सेना विजेता रहीं.
अतिथि परिचय दीपा श्रीवास्तव ने दिया. स्मृति चिह्न श्रीमती मधु अष्ठाना ने प्रदान किए. अतिथि स्वागत सुनीता खरे, सुषमा श्रीवास्तव ने किया. संचालन सहसचिव नीलिमा निगम ने किया. आभार माना श्रीमती सुषमा श्रीवास्तव ने.

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