- Over 50gw of solar installations in india are protected by socomec pv disconnect switches, driving sustainable growth
- Draft Karnataka Space Tech policy launched at Bengaluru Tech Summit
- एसर ने अहमदाबाद में अपने पहले मेगा स्टोर एसर प्लाज़ा की शुरूआत की
- Acer Opens Its First Mega Store, Acer Plaza, in Ahmedabad
- Few blockbusters in the last four or five years have been the worst films: Filmmaker R. Balki
इंदौर में सुपर डांसर प्रतियोगी – अक्षित भंडारी और गौरव सरवन ने धूम मचाई
इंदौर. सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन (एसईटी) के प्रतिष्ठित और लोकप्रिय मूल प्रारूप के शो – सुपर डांसर, वर्तमान में उत्साही प्रतियोगियों के साथ अपने चैप्टर 3 का जश्न मनाता है जो डांस का कल के शीर्षक के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। शीर्ष 7 प्रतियोगियों में से, अक्षित भंडारी और गौरव सरवन ने अपने सुपर गुरुओं के साथ संस्कार नगरी इंदौर का दौरा किया, ताकि वे अपना प्रचार कर सकें और इंदौर के लोगों को अपनी प्रतिभा दिखा सकें।
अक्षित और गौरव के बीच, किसे डांस का कल के रूप में चुनेगा इंदौर?सप्ताह-दर-सप्ताह, प्रतियोगियों ने न केवल दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है, बल्कि शो में होस्ट किए जाने वाले सेलिब्रिटी मेहमानों से भी तारीफें बटोरी हैं। प्रख्यात सुपर जज – शिल्पा शेट्टी कुंद्रा, गीता कपूर, और अनुराग बसु ने बच्चों के प्रयासों की सराहना करते हुए प्रत्येक सप्ताह बेहतर करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। शो पर प्रचलित बेजोड़ गुरु-शिष्य का रिश्ता प्रतियोगियों की प्रगति को दर्शाते हुए उनके सीखने के ग्राफ को बढ़ाता है।
देहरादून के 11 साल के अक्षित भंडारी एक मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखते हैं, जहां उनके पिता ने उन्हें सुपर डांस के स्टेज तक पहुंचाने के लिए अपनी रिक्षा तक बेच दी थी। लेकिन एकलव्य की तरह,अक्षित अपने सुपर गुरु विवेक चचेरे के साथ डांस के नए स्टाइल्स को लगातार सीखते और बढ़ते रहे हैं।
दूसरी तरफ, कार धोने वाले का बेटा 12 साल के गौरव सरवन ने लगातार अपने पिता के समर्थन से,अपने सुपर गुरु अमरदीप सिंह नट्ट के साथ अपनी काबिलियत को साबित किया है।शो के वोटिंग चरण के करीब आने के साथ, प्रतियोगियों को अपनी बेजोड़ प्रतिभा के अलावा बड़े पैमाने पर दर्शकों के समर्थन की आवश्यकता होती है। शालीमार टाउनशिप का दौरा करने से लेकर, इंदौर में स्थानीय व्यंजनों और लोगों के गर्मजोशी से भरे स्वागत का आनंद लेने तक, अक्षित और गौरव दोनों ही अपना सर्वश्रेष्ठ करने और अगला सुपर डांसर बनने के लिए तैयार हैं!
ट्राफी नहीं, जीतना है लोगों का दिल
हम शो में ट्राफी जीतने हीं लोगों का दिल जितने आए है. हम केवल डांस की प्रस्तुति देते समय प्रतिभागी होते है. बाकि समय हम एक परिवार है और एक दूसरे को प्यार करते हैं. दर्शक सभी को प्यार दे और जिसकी प्रस्तुति उन्हें अच्छी लगे उसे वोट करें. हम चाहते हैं लोग हमें हमेशा याद रखें.यह कहना है सुपर डांसर चैप्टर 3 के गुरु और शिष्य की जोड़ी का. सीजन के शीर्ष 8 के प्रतिभागी अक्षित भंडारी और गौरव सरवन अपने सुपर गुरुओं अमरदीप और विवेक चचेरे के साथ बुधवार को इंदौर में थे. उन्होंंने शहर में लोगों को के सामने अपनी प्रतिभा भी दिखाई और लोगों से प्यार देने की अपील भी की. इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा भी की और अपने अनुभव भी बांटे.
मम्मी-पापा ने सिखाया हार न मानने का जज्बा
चर्चा में गुरु और कोरियोग्राफर अमरदीप ने बताया कि मैं आज जो भी हूं मेरे मम्मी-पापा की वजह से हूं. उन्होंने ही मुझे हार न मानने का जज्बा सिखाया है. उन्हीं की वजह से डीआईडी में दो सीजन में सिलेक्ट ने होने के बाद तीसरी बार दूसरे नंबर पर रहा था. डांस क्लास के पैसे नहीं थे इसलिए क्लास नहीं जा पाया. जो भी सीखा ऑन लाइन सीखा. मैं बनना तो इंजीनियर चाहता था लेकिन घर के हालातों की वजह से कॉमर्स की पढ़ाई की. धूम-2 देखकर मुझे डांस का शौक लगा और माता-पिता के आशीर्वाद से आज यहां तक पहुंचा हूं. आज सुपर डांसर में कोरियोग्राफर में गुरू हूं अच्छी फीलिंग आती है. खुद पर गर्व महसूस होता है. साथ ही मेरे शिष्य गौरव को सोच और उसे अच्छा इंसान बनाने की जिम्मेदारी भी मुझ पर है. मेरी इच्छा है कि गौरव अपना सर्वश्रेष्ठ करे और ‘डांस का कलÓ बनने के अपने लक्ष्य तक पहुंचे. सुपर डांसर बच्चों के लिए बहुत अच्छा मंच है. यहां तक पहुंचने के लिए बच्चें खूब मेहनत करें.
प्रभु देवा जैसा डांसर बनना है
प्रतियोगी गौरव सरवन ने कहा मैंने प्रभुदेवा सर को देखकर डांस करना शुरू किया. कुछ दिन डांस क्लास और फिर ऑनलाइन देखकर सीखा. पहले मैंने लोगों के सामने परफार्म नहीं किया था. शो में मैंने लोगों के सामने परफार्म करना सीखा और स्टार्स के सामने भी परफार्म किया. मेरे डांस गुरु अमरदीप मेरे गुरु और मित्र हैं. मैं उन्हें सही मायने में प्रतिभावान बनाने का श्रेय देता हूं. मैं यह शो जीतना लक्ष्य नहीं है लोगों का दिल जीतना है. मैं प्रभु देवा सर जैसा अच्छा डांसर बनना चाहता हूं.
मेरा कॉम्पीटिशन खुद से ही: विवेक
कोरियोग्राफर और सुपर गुरु विवेक चचेरे ने बताया कि मेरे भाई की वजह से मैं आज डांसर हूं. उन्होंने ही मुझे सिखाया था. डांस के प्रति लगाव के कारण मैं आज 15 सालों से घर से बाहर हूं. मैंने साउथ के रियलिटी शो किए हैं और वहां मूवी में असिस्ट किया है. फिर मुंबई आया और डीआईडी किया साथ ही गीता मां को असिस्ट किया. कोरियोग्राफर के रुप में पहले शो किया और उसे जीता भी. इसके बाद आत्मविश्वास आया कि मुझे कोरियोग्राफी करना है. हालांकि भविष्य में मैं डायरेक्ट बनना चाहता हूं क्योंकि मेरी सोच कुछ अलग है. चाहता हूं लोग भी मेरी सोच समझे. सुपर डांसर में भी यही दिखाता हूं मैं. इसलिए हर एक्ट मेरे लिए चुनौती होता है क्योंकि मेरा कॉम्पीटिशन खुद से ही होता है. वहीं इस शो की खासियत यह है कि यह पॉजीटिव शो है. इस जज चिल्लाते नहीं समझाते हैं.
विवेक सर जैस बनना चाहता हूं
प्र्रतियोगी अक्षित भंडारी ने बताया कि मैं डांसर मेरे मम्मी-पापा की वजह से हूं. उन्होंने मुझे मेरे जन्मदिन पर डांस क्लास में एडमिशन दिलवाया था. मैं चार साल डांस सीखा. इसके बाद सभी ऑडिशन देता हूं. मैंने शो में कत्थक और भरत नाट्यम सीखा है. मैंने अपने गुरु विवेक को उनके डांस के लिए सराहा है. मैं उनके जैसा परफार्मर बनना चाहता हूं. उनकी वजह से मैं इतने सारे दर्शकों के सामने प्रदर्शन करने में सक्षम हूं.
टिप्पणियां
प्रतियोगी गौरव सरवन- “मैं इंदौर का दौरा करके बहुत उत्साहित हूं क्योंकि मुझे पता है कि यह भारत का सबसे साफ शहर है। इसके अलावा, भले ही मैंने ऑन-स्क्रीन प्रदर्शन करने का आनंद लिया है,लेकिन मैं अपने सभी प्रशंसकों के सामने प्रदर्शन करने के लिए बहुत उत्सुक हूं। आस-पास के लोगों को मेरा नाम पुकारते सुनकर मैं प्रेरित हुआ और मुझे कड़ी मेहनत करने और सबसे अच्छा और अगला,डांस का कल बनने के लिए प्रेरित किया। मेरे डांस गुरु अमरदीप मेरे गुरु और मित्र हैं। मैं उन्हें सही मायने में प्रतिभावान बनाने का श्रेय देता हूं। मुझे लगातार ऐसा प्यार और समर्थन मिलने की उम्मीद है।”
डांस गुरु अमरदीप सिंह- “शहरों में इन छोटे बच्चों की फैन फॉलोइंग देखना बेहद उत्साहजनक है। गौरव ने अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए कड़ी मेहनत की है और इंदौर ने वास्तव में बहुत अच्छा स्वागत किया है जो बच्चों को लाइव दर्शकों के सामने प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है। मैंने उसे एक संरक्षक की तरह नहीं बल्कि एक मित्र की तरह प्रशिक्षित किया है। मेरी इच्छा है कि गौरव अपना सर्वश्रेष्ठ करे और ‘डांस का कल’ बनने के अपने लक्ष्य तक पहुंचे।”
प्रतियोगी अक्षित भंडारी- “मैंने हमेशा अपने गुरु विवेक को उनके डांस के लिए सराहा है। मैं किसी दिन उनके जैसा बनना चाहता हूं। उनकी वजह से मैं इतने सारे दर्शकों के सामने प्रदर्शन करने में सक्षम हूं। इंदौर में लोग बहुत अच्छे और सहायक हैं। मैं चाहता हूं कि वे लगातार अपने प्यार की बौछार करते रहे, जैसा कि वे अभी मेरे साथ कर रहे हैं और मुझे सुपर डांसर बनने में मदद करें।”
डांस गुरु विवेक चचेरे – “मैंने अक्षित को हर प्रदर्शन के साथ अपने डांस को बढ़ाते और सुधारते देखा है। उन्होंने अपनी नृत्य यात्रा में एक लंबा सफर तय किया है। सभी बच्चों को इतने बड़े दर्शक वर्ग के सामने देखना अद्भुत लगता है। इसी प्रेरणा, ऊर्जा और आत्मविश्वास से इन बच्चों को डांसिंग चैंपियन बनने में मदद मिलेगी।”