आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड ने मध्य प्रदेश राज्य शिक्षा बोर्ड के छात्रों तथा नीट एवं जेईई उम्मीदवारों के लिए हिंदी माध्यम में कोर्स की शुरुआत की

• सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों के छात्रों के लिए अंग्रेज़ी माध्यम में डिज़ाइन किए गए कोर्स के अलावा, हिंदी माध्यम में नए कोर्स की शुरुआत करना AESL द्वारा विभिन्न राज्यों के शिक्षा बोर्ड के छात्रों को भी क्षेत्रीय भाषाओं में नीट एवं जेईई के लिए शिक्षण प्रदान करने के विज़न का हिस्सा है

इंदौर, फरवरी, 2022: भारत में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले अग्रणी संस्थान, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (AESL) ने छात्रों की पढ़ाई को सहज तरीके से जारी रखने के साथ-साथ ज़्यादा से ज़्यादा छात्रों को डॉक्टर एवं इंजीनियर बनने के अपने सपने को पूरा करने में मदद करने के उद्देश्य से, मध्य प्रदेश राज्य शिक्षा बोर्ड के उन सभी छात्रों के लिए हिंदी माध्यम में बैच की शुरुआत की है, जो जेईई एवं नीट परीक्षाओं में सफलता पाना चाहते हैं। AESL की यह पहल दर्शाती है कि, संस्थान ने विभिन्न राज्यों के शिक्षा बोर्ड के छात्रों को क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षण प्रदान करने की योजना बनाई है।

सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों के छात्रों के लिए अंग्रेज़ी माध्यम में डिज़ाइन किए गए कोर्स के अलावा, हिंदी माध्यम में नए कोर्स की शुरुआत करना AESL द्वारा विभिन्न राज्यों के शिक्षा बोर्ड के छात्रों को भी क्षेत्रीय भाषाओं में नीट एवं जेईई के लिए शिक्षण प्रदान करने के विज़न का हिस्सा है।इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन सभी छात्रों को एकीकृत तरीके से शिक्षण का अनुभव प्रदान करना है, जो अपने बोर्ड की परीक्षाओं के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर रहे हैं।

मध्य प्रदेश राज्य शिक्षा बोर्ड में 10वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या लगभग 14 लाख है। वर्ष 2021 में, राज्य के 47,000 से अधिक छात्रों ने जेईई की परीक्षा तथा 52,000 से अधिक छात्रों ने नीट की परीक्षा में भाग लिया।

इस नई पहल की कुछ मुख्य बातें इस प्रकार हैं:

• पाठ्यक्रम को बेहद सावधानीपूर्वक तैयार किया जाएगा, जो मध्य प्रदेश राज्य शिक्षा बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुरूप होगा।
• उम्मीदवारों के लिए पढ़ाई का माध्यम हिंदी होगा, ताकि नीट और जेईई की परीक्षाओं में भाषा की बाधा को दूर किया जा सके तथा हिंदी माध्यम के छात्र भी अंग्रेजी माध्यम के छात्रों के साथ समान रूप से प्रतिस्पर्धा के योग्य बन सकें।
• उच्च गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्रियों के साथ 11वीं एवं 12वीं कक्षा के पूरे पाठ्यक्रम को कवर किया जाएगा, जिससे छात्र एम.पी. राज्य शिक्षा बोर्ड के साथ-साथ नीट और जेईई जैसी राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता पाने में सक्षम होंगे। नीट में भाग लेने वाले छात्रों को भौतिकी, रसायन विज्ञान, वनस्पति-विज्ञान और जंतु-विज्ञान जैसे विषयों की अध्ययन सामग्री दी जाएगी, जबकि जेईई में भाग लेने वाले छात्रों के लिए भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित जैसे विषयों की अध्ययन सामग्री उपलब्ध होगी। हिंदी भाषा के छात्रों को दी जाने वाली अध्ययन सामग्री, अंग्रेजी माध्यम के छात्रों के लिए उपलब्ध अध्ययन सामग्रियों का हिंदी अनुवाद होगा।
• छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, एम.पी. राज्य शिक्षा बोर्ड के छात्रों के लिए हिंदी माध्यम में अलग बैच की व्यवस्था की जाएगी।
• छात्रों को स्कूल बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में शानदार सफलता हासिल करने में मदद के लिए, AESL ने छात्रों की अभिरुचि जगाने वाले द्विभाषी प्रश्न-पत्रों (अंग्रेज़ी + हिंदी) की एक सीरीज़ तैयार की है।

हिंदी माध्यम में बैचों की शुरुआत के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए, श्री आकाश चौधरी, प्रबंध निदेशक, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड, ने कहा, “हम पहले से ही सीबीएसई के छात्रों को शिक्षण उपलब्ध करा रहे हैं, और अब हमें मध्य प्रदेश में राज्य शिक्षा बोर्ड के छात्रों के साथ-साथ नीट और जेईई के उम्मीदवारों के लिए हिंदी माध्यम में कोचिंग की शुरुआत करते हुए खुशी का अनुभव हो रहा है। ‘छात्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता’ देने के अपने दृष्टिकोण के साथ, हमारे हिंदी माध्यम के बैच उन सभी छात्रों के लिए वरदान साबित होंगे जो प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी क्षमता के अनुरूप सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं। अत्यधिक कुशल विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में सर्वोत्तम अध्ययन सामग्रियों के साथ हमारे हिंदी माध्यम के बैच हमें बड़ी संख्या में उम्मीदवारों तक पहुंचने का अवसर प्रदान करेंगे।”

प्रमुख विशेषताएँ
 पढ़ाई मध्य प्रदेश राज्य शिक्षा बोर्ड के अनुसार होगी और शिक्षण का माध्यम हिंदी होगा।
 अध्ययन सामग्रियां भी हिंदी माध्यम में उपलब्ध कराई जाएगी।
 जाँच परीक्षा के प्रश्न दो भाषाओं (अंग्रेज़ी और हिंदी) में होंगे।
 छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, हिंदी माध्यम के लिए अलग बैच की व्यवस्था की जाएगी।

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