Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home4/indor5ct/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114 भारत में हर 10 में से 9 ग्राहक सुरक्षा रेटिंग वाली कार खरीदना चाहते हैं
इस सर्वे को स्कोडा ऑटो इंडिया ने कमीशन किया और एनआईक्यू बेसेस ने पूरा किया
भारत में 92 प्रतिशत ग्राहक क्रैश के लिए टेस्ट की गई और सेफ्टी रेटिंग की कार चाहते हैं।
2023 - ग्राहकों के बीच अपनी पर्सनल कार को चुनने को लेकर एक सर्वे किया गया। उनकी प्राथमिकताओं को समझने के लिए यह सर्वे स्कोडा ऑटो इंडिया द्वारा कमीशन किया गया और एनआईक्यू बेसेस द्वारा पूरा किया गया। इस सर्वे में ग्राहकों का सुरक्षा फीचर की ओर गहरा झुकाव देखने को मिला और हर 10 में से 9 ग्राहकों का मानना था कि भारत में सभी कारों की सुरक्षा रेटिंग होनी चाहिए। सर्वे में सामने आया कि ग्राहकों द्वारा कार खरीदने के निर्णय को प्रभावित करने वाले दो सबसे महत्वपूर्ण पहलू क्रैश रेटिंग और एयरबैग्स की संख्या थे। सबसे लोकप्रिय विशेषताओं में से एक, फ्यूल एफिशियंसी तीसरे स्थान पर थी।
लगभग 67 प्रतिशत उत्तरदाताओं में मौजूदा कार मालिक थे, जिनमें पास 5 लाख रु. या उससे ज्यादा मूल्य की कार थी। लगभग 33 प्रतिशत के पास कार नहीं थी, लेकिन वो एक साल के अंदर 5 लाख रु. से ज्यादा मूल्य की कार खरीदना चाहते थे। यह सर्वे 18 साल से 54 साल के लोगों के बीच एसईसी A और B ब्रैकेट में किया गया, जिनमें 80 प्रतिशत उत्तरदाता पुरुष और 20 प्रतिशत उत्तरदाता महिलाएं थीं। कार की क्रैश रेटिंग ग्राहकों द्वारा कार खरीदने के निर्णय में सबसे महत्वपूर्ण थी, जिसके महत्व का स्कोर 22.3 प्रतिशत था। इसके बाद एयरबैग्स थे, जिनके महत्व का स्कोर 21.6 प्रतिशत था। फ्यूल एफिशियंसी कार खरीदने के लिए तीसरा सबसे महत्वपूर्ण पहलू था, जिसके महत्व का स्कोर 15 प्रतिशत था।
कार की क्रैश रेटिंग के मामले में ग्राहकों की सर्वाधिक पसंद 5 स्टार रेटिंग की कार के लिए रही, जो 22.2 प्रतिशत थी। इसके बाद 4-स्टार रेटिंग के लिए पसंद 21.3 प्रतिशत थी। जीरो क्रैश रेटिंग सबसे पीछे रही, जिसका स्कोर केवल 6.8 प्रतिशत था। क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग के दो सेट होने के बारे में जागरुकता काफी ज्यादा 76 प्रतिशत थी, जबकि भारत में केवल 30 प्रतिशत ग्राहक ही बच्चे/पीछे की सीट पर बैठे लोगों की सेफ्टी रेटिंग के इन दो सेट्स में होने की बात जानते हैं।
पेट्र सोल्क, ब्रांड डायरेक्टर, स्कोडा ऑटो इंडिया ने कहा, ‘‘स्कोडा में हमारे लिए सुरक्षा हमारे डीएनए का हिस्सा है और यह सुरक्षित कार बनाने का हमारा सिद्धांत है। क्रैश टेस्ट और सुरक्षा के लिए हमारी 50 साल से ज्यादा समय की विरासत है। 2008 के बाद से दुनिया में हर स्कोडा कार को क्रैश-टेस्ट किया गया है, और भारत में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग के साथ क्रैश-टेस्ट किया गया है। इस सर्वे में सामने आया कि स्कोडा को उच्च सेफ्टी रेटिंग वाले मॉडलों के लिए सर्वोच्च 3 ब्रांडों में माना जाता है। भारत के तेजी से बढ़ते इन्फ्र्रास्ट्रक्चर, भारत के अपने क्रैश टेस्टिंग स्टैंडर्ड के लिए आगामी प्रस्तावों के साथ यह देखकर खुशी होती है कि उपभोक्ता सुरक्षा को लेकर जागरुका हो रहे हैं और इसकी मांग कर रहे हैं। यह भविष्य की ओर एक सही कदम है। और स्कोडा भारतीय बाजार में अपने ब्रांड की वृद्धि के लिए इन विशेषताओं पर केंद्रित रहेगा।’’
अमृता श्रीवास्तव, रीज़नल डायरेक्टर (एपीएमईए), बेसेस स्पेशियल्टी सेल्स, एनआईक्यू बेसेस ने कहा, ‘‘एनआईक्यू बेसेस समाधान - एफपीओ (फीचर प्राईस ऑप्टिमाईज़र) द्वारा किए गए इस सर्वे में अलग-अलग विकल्प विधियों का उपयोग किया गया, जिसमें सामने आया कि ग्राहक कार खरीदने के लिए टेस्टेड विशेषताओं में ‘क्रैश रेटिंग’ की सुरक्षा विशेषता को सबसे ज्यादा महत्व देते हैं। हमारा फीचर प्राईस ऑप्टिमाईज़र (एफपीओ) ग्राहकों के विकल्पों को समझकर उनके द्वारा कार खरीदने के व्यवहार और उनके द्वारा चुकाए जाने वाले मूल्यों को समझता है। यह सर्वे भारत के 10 राज्यों में 1000 लोगों के बीच किया गया। इसमें शामिल किए गए राज्यों में तमिल नाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश/तेलंगाना, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश हैं।’’
एलेज़ैंड्रो फुरास, सेक्रेटरी जनरल, ग्लोबल एनसीएपी ने कहा, ‘‘ग्लोबल एनसीएपी बाजार में सुरक्षित कारों की ओर परिवर्तन को प्रोत्साहित कर रहा है। हम उपभोक्ताओं की सकारात्मक प्रतिक्रिया और ऑटोमेकर सुरक्षा डिज़ाईन में सुधारों को गति देने में इसके द्वारा उत्पन्न प्रभाव को देखकर बहुत उत्साहित हैं। यह नया सर्वे प्रदर्शित करता है कि उपभोक्ता कार खरीदने के निर्णय में सुरक्षा को प्राथमिकता मानते हैं। बाजार एक मजबूत संकेत दे रहा है कि सुरक्षा से ही कार बिकती है और जिंदगियाँ बचती हैं।’’
यह अध्ययन भारत सरकार एवं अन्य नियामकों द्वारा सुरक्षा पर गहरे फोकस के साथ उपभोक्ताओं के बीच कारों में सुरक्षा के प्रति धारणा के आकलन के लिए किया गया। इस सर्वे में उन विशेषताओं को ट्रैक किया गया, जिनसे उपभोक्ताओं की पसंद सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। इस सूची में सुरक्षा सबसे ऊपर थी। इंटरव्यू के स्क्रीनिंग के सवाल थे, जिसके बाद विशेषताओं का विवरण और एक वर्चुअल शॉपिंग का अभ्यास था, जिसमें ग्राहकों से विभिन्न विशेषताओं के साथ सबसे पसंदीदा कॉन्सेप्ट चुनने के लिए कहा गया। इस सर्वे में कुछ अतिरिक्त सवाल थे, जिन पर ग्राहकों की सीधी प्रतिक्रिया को नोट किया गया ताकि सुरक्षा से संबंधित पहलुओं पर उनकी जागरुकता व धारणा को समझा जा सके।