जैन समाज का कोई बंधु न भूखा सोए, न बेरोजगार रहे

साध्वी मयणाश्रीजी की निश्रा में जियो के इंदौर चेप्टर की शपथ विधि
इंदौर. ओजस्वी वक्ता प.पू. साध्वी मयणाश्रीजी म.सा. ने आज बास्केटबाल काम्पलेक्स पर आयोजित महती धर्मसभा में जैन इंटरनेशनल आर्गनाईजेशन (जियो) के इंदौर चेप्टर के गठन एवं नए पदाधिकारियों को सेवा की शपथ दिलाई.
साध्वी मयणाश्रीजी ने कहा कि जैन समाज का कोई भी बंधु भूखा नहीं सोए और बेरोजगार भी न रहे, इसी पवित्र संकल्प के साथ यहां जियो की शाखा गठित की गई है. शहर में एक स्कूल, अस्पताल और अन्य सेवा प्रकल्प की स्थापना के लिए भी उनके प्रयास लगातार जारी हैं, जिनके आशाजनक नतीजे मिलेंगे. जिनशासन की सफलता का राजमार्ग यही है कि हम अपने सधार्मिक बंधुओं को हर दृष्टि से सहयोग करें. स्वर्ण मंदिर बनाने से कहीं ज्यादा पुण्य अपने समाज बंधु के आंसू पोंछने से मिलेगा.
साध्वी मयणाश्रीजी म.सा. ने आज जिन समाज बंधुओं को जियो इंदौर चैप्टर के पदाधिकारियों के रूप में शपथ दिलाई उनमें विनोद वोरा, कल्पक गांधी, डॉ. प्रकाश बंगानी, राजीव भंाडावत, डॉ. राजीव चौधरी, नरेश भंडारी, भूपेंद्र बंडी, यशवंत जैन, पारस वोरा, भरत डोसी, दीपक जैन, जयसिंह जैन, संतोष कटारिया, अजय चौरडिय़ा, प्रकाश सांखला, भरत कोठारी, रवि डोसी, प्रमोद डफरिया, टीसी जैन, कीर्तिभाई डोसी, आशीष शाह, सौरभ वोरा, अंकित अशोक जैन, नीलेश काठेड़ एवं दिनेश डोसी शामिल हैं।
विनोद वोरा चेयरमेन एवं कल्पक गांधी अध्यक्ष होंगे। जियो के अपेक्स चेयरमेन नवीनभाई मेहता सहित मुंबई से अनेक पदाधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

आत्मनिर्भर बनाने से बड़ा पुण्य नहीं

साध्वी मयणाश्रीजी मसा ने इस अवसर पर कहा कि जब तक हम अपने सधार्मिक बंधु की मदद नहीं करेगें, जिनशासन की सफलता अधूरी ही रहेगी. समाज के सक्षम लोग आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को पैसा देकर उन्हे आत्मनिर्भर बनाने से रोकने का पाप करते हैं. मेरी राय में उन्हे पैसों के बजाय रोजगार और नौकरी दें ताकि वे स्वाभिमान से आत्मनिर्भर बन कर समाज की मुख्यधारा में रह सकें.
उन्होने कहा कि समाज का कोई भी बंधु बेरोजगार न रहे और न हीं कोई भूखा सोए इसकी जिम्मेदारी हम सब लोगों की हैं. हम भले ही सोने का मंदिर न बनाएं पर एक भी भाई को आत्म निर्भर बना सकें तो इससे बड़ा पुण्य और कोई नहीं होगा. प्रारंभ में ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश बांगानी, सचिव यशवंत जैन, कीर्तिभाई डोसी, विपिन सोनी, हेमंत डिंगडांग आदि ने मुंबई से आए मेहमानो तथा लाभार्थी भंडारी परिवार का बहुमान किया।

Leave a Comment