खेलों में राष्ट्रीयता की भावना अहम 

बॉडी बिल्डिंग के सेमिनार में सितारा खिलाडिय़ों को दिए महत्वपूर्ण टिप्स
इंदौर। बॉडी बिल्डिंग कॉफी मेहनत वाला खेल है, इसमें खिलाड़ी को कड़ा परिश्रम करना पड़ता है। खिलाड़ी अगर किसी भी मुकाम पर सफल रहते है तो वह उसकी नहीं बल्की देश की सफलता होती है और हर खिलाड़ी को राष्ट्रीयता की भावना रखना चाहिए।
उक्त उद्गार मिस्टर यूनिवर्स व पद्मश्री प्रेमचंद ढिंगरा ने होटल फेयरफिल्ड मैरियट में राज्य बॉडी बिल्डिंग संगठन म.प्र. के तत्वावधान में आयोजित सेमिनार व विशेष कैंप में व्यक्त किए। ढिंगरा ने कहा कि खेल में अनुशासन सबसे अहम रहता है, खिलाड़ी को विनम्र रहकर ही अपना करियर बनाना चाहिए।
अति आत्मविश्वास हमेशा से ही घातक रहता है। इंदौर से मेरी यादे काफी पुरानी है, और जब भी मैं यहां आता हूं हमेशा प्यार मिलता है। सेमिनार में श्री ढिंगरा ने फिटनेस तथा बॉडी बिल्डिंग के अनेक तकनिकी पहलुओं से खिलाडिय़ों को अवगत कराया।
भारतीय बॉडी बिल्डिर एसो. के महासचिव चेतन पठारे ने बताया कि हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार सफल हो रहे है, और मुझे उम्मीद है कि थाईलैंड में होने वाली वल्र्ड बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में देश के लिए अपने स्वर्ण पदक लाएंगे। फेडरेशन खिलाडिय़ों के प्रोत्साहन के लिए हर संभव मदद कर रहा है।
बिते सत्र में हमने 1.5 करोड़ रुपए के केश अवार्ड दिए, अब इसें इजाफा करके 2 करोड़ रुपए किया जाएगा। हम चयनित खिलाडिय़ों को उनके ट्रेनिंग व अन्य व्यवस्थाओं के लिए धनराशि प्रदान कर रहे है। वर्तमान में यूनियन बोर्ड के अलावा 43 राज्य इकाईयां भी हमसे जुड़ी हुई है।
अपने समय के ख्यात बॉड़ी बिल्डर रहे मधुकर तलवलकर ने भी फिटनेस में करियर के ऊपर तथा विश्वास राव फिजिक स्पोट्र्स के विषय पर प्रकाश डाला। सात बार के मि. इंडिया प्रसाद कुमार तथा भारतीय कोच राजगोपाल नायर ने भी अहम टिप्स दिए।
सेमिनार में अतिथियों को स्मृति चिन्ह, प्रेम सिंह यादव, शैलेंद्र व्यास, रोहित जेठवा, अंशित भटनागर, शिवशंकर ठाकुर,  संतोष सोनी, अखिलेश ठाकुर, विजय राठौर ने दिए। संचालन अतिन तिवारी ने किया तथा आभार समीर व्यास ने माना।

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