जीवनशैली में बदलाव से बढ़ रही हड्डी की समस्याएं

इंदौर. जीवनशैली में बदलाव और अनियमित खानपान से लोगों में हड्डी रोग की शिकायते  बढ़ रही है. पैदल चलना और साइकल चलाना कम हो चुका है. धूम में भी लोग कम रहते हैं. इस कारण विटामिट डी नहीं मिल पाता और हड्डी कमजोर होती है. भारत में 80 प्रतिशत लोगों में विटामिन डी की कमी है.
यह कहना है डॉ. सुनील बारोड़ का. वे बारोड़ हॉस्पिटल द्वारा आयोजित किए जाने वाले 15 दिवसीय शिविर के बारे में चर्चा कर रहे थे. उनके साथ गोकुलदास हास्पिटल के प्रबंधक डॉ. संजय गोकुलदास भी उपस्थित थे. डॉ. बारोड़ ने बताया कि विटामिन डी की खासियत है कि यह किसी भी आहार से नहीं मिलता. इसके लिए प्रतिदिन 15-20 धूप सेकना अच्छा तरीका है. इसके अलावा गोलियों के द्वारा भी इसे दिया जाता है. उन्होंने आगे बताया कि गोकुलदास हॉस्पिटल शहर के पश्चिमी क्षेत्र में अपनी सेवाओ की शुरुआत करने जा रहा है जिसे वो बारोड़ हॉस्पिटल के माध्यम से प्रदान करेगा. गोकुलदास हॉस्पिटल के प्रबंधन के बाद बारोड़ हॉस्पिटल में काफी सारी सुविधाएं दी जा रही हैं. इसी घोषणा के साथ बारोड़ हॉस्पिटल में 1 से 15 मई तक घुटने एवम् कुल्हे के प्रत्यारोपण और स्पाइनल सर्जरी शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमे 50 प्रतिशत की छुट भी दी जाएगी. सुबह 10 से   दोपहर 2 बजे तक आयोजित शिविर में मरीजों का रजिस्ट्रेशन फ्री रहेगा. बीपीएल कार्ड धारकों का कैंप में परीक्षण कर एस्टीमेट बनाया जाएंगे जिससे इलाज में कोई असुविधा न हो।  डॉ. संजय गोकुलदास ने बताया कि 16 फऱवरी  2018 से बारोड़ हॉस्पिटल का प्रबंधन गोकुलदास हॉस्पिटल ने ले लिया है जिसके बाद से ही बहुत से परिवर्तन किए जा रहे हैं ताकि मरीजों को सभी सुविधाएं एक ही छत के निचे मिल सकें. जल्द ही हम सभी सर्जिकल ब्रांच के मरीजो के लिए लो कास्ट पैकेज की घोषणा करने वाले है जो स्पेशल हमारे द्वारा डिजाईन किये गए है जिसके माध्यम से हम कम पैसो में अच्छी सेवाए देना हमारा लक्ष्य होगा. हॉस्पिटल में अब बर्न, सर्जरी, नी और हिप रिप्लेसमेंट के साथ ही इमरजेंसी सारी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यहाँ के लिए हमने डॉक्टर्स की एक टीम भी तैयार की है जो 24 घंटे सेवाए प्रदान करेंगे और साथ ही बेक अप में गोकुलदास हॉस्पिटल के डॉक्टर्स भी हमेशा उपलब्ध रहेंगे.

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