- Over 50gw of solar installations in india are protected by socomec pv disconnect switches, driving sustainable growth
- Draft Karnataka Space Tech policy launched at Bengaluru Tech Summit
- एसर ने अहमदाबाद में अपने पहले मेगा स्टोर एसर प्लाज़ा की शुरूआत की
- Acer Opens Its First Mega Store, Acer Plaza, in Ahmedabad
- Few blockbusters in the last four or five years have been the worst films: Filmmaker R. Balki
ग्रीनसेल मोबिलिटी और ईकेए मोबिलिटी ने 1000 इलेक्ट्रिक बसें चलाने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया
· ग्रीनसेल मोबिलटी, ईकेए मोबिलिटी के सहयोग से 1000 इलेक्ट्रिक बसें चलाएगी। दोनों कंपनियों की साझेदारी ने सार्वजनिक परिवहन को पर्यावरण के अनुकूल साधन देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है
· इस पहल का मकसद ईंधन पर आने वाले 700 मिलियन के खर्च में बचत करना और 12 मिलियन गैलन डीजल जलने से रोकना है। इसका प्रभाव 1.5 मिलियन पेड़ों को उगाने के समान होगा
· अनुमान है कि इन 1000 ई-बसों की पेशकश से रोजाना 0.6 मिलियन लोगों को फायदा होगा
मुंबई, 04 जनवरी 2024 : सार्वजनिक परिवहन के साधनों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण करने वाली दिग्गज कंपनी ग्रीनसेल मोबिलिटी और प्रमुख ईवी और टेक्नोलॉजी कंपनी (मित्सुई कंपनी लिमिटेड और वीडीएल ग्रुप के साथ साझीदार) ईकेए मोबिलटी ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं। इस एमओयू के तहत ईकेए मोबिलटी ग्रीनसेल मोबिलटी को अगले कुछ सालों तक 12 मीटर और 13.5 मीटर की श्रेणी में 1000 इंटरसिटी इलेक्ट्रिक बसों की सप्लाई करेगा। सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए लॉन्च की गई इन इलेक्ट्रिक बसों से दोनों कंपनियां दुनिया भर के ऑटोमोबाइल सेक्टर में उल्लेखनीय बदलाव लाने के लिए समर्पित है।
ग्रीनसेल मोबिलटी के एमडी और सीईओ श्री देवेंद्र चावला ने इस साझीदारी पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हम इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र का नेतृत्व कर रहे ईकेए मोबिलिटी के साथ साझेदारी की घोषणा कर काफी उत्साहित हैं। इस साझेदारी ने केवल बाजार में ही हमारी स्थिति मजबूत नहीं की है, बल्कि यह हमारे पर्यावरण के अनुकूल मोबिलिटी के दीर्घकालीन विजन से मेल खाती है। मार्केट लीडर के तौर पर ग्रीनसेल मोबिलिटी नए मानदंड तय कर रही है। साथ मिलकर की गई हमारी कोशिशें पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बदलाव लाने, ज्यादा प्रभावी और पर्यावरण के लिए स्वच्छ समाधान प्रदान करने के लिए तैयार हैं। यह पहल नए-नए आविष्कारों और स्थिरता के लिए हमारे समर्पण की दिशा में एक उल्लेखनीय छलांग है। यह स्वच्छ पर्यावरण और ज्यादा स्थिर भविष्य के प्रति हमारे समर्पण पर जोर देती है। हम इस साझेदारी से उभरने वाली नई संभावनाओं से उत्साहित हैं। इसके साथ ही हम इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
ईकेए मोबिलटी के संस्थापक और चेयरमैन डॉ. सुधीर मेहता ने रणनीतिक तालमेल पर जोर देते हुए कहा, “ग्रीनसेल मोबिलिटी के साथ हमारी साझेदारी सार्वजनिक परिवहन के लिए इलेक्ट्रिक बसें मुहैया कर स्वच्छ और ज्यादा स्थिर भविष्य के युग की शुरुआत करने के लिए रणनीतिक रूप से तैयार है। 50 प्रतिशत भारतीयों के लिए सावर्जनिक परिवहन यातायात का प्रमुख साधन है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इलेक्ट्रिफिकेशन से जहां हवा साफ होगी और सड़कें शांत होगी, वहीं यह सभी लोगों को आवागमन का ज्यादा प्रभावी, सुविधाजनक, सुरक्षित और किफायती विकल्प मुहैया कराएगा। ईकेए में हम स्थायी, पर्यावरण को स्वच्छ रखने वाले और लोगों को फायदे पहुंचाने वाले प्रॉडक्ट्स के विकास के प्रति समर्पित हैं। अपनी विशेषज्ञता के मिश्रण से हमें कमर्शल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित करने की उम्मीद है। इससे देश के स्थिरता के लक्ष्यों को प्राप्त करने में काफी मदद मिलेगी।”
ग्रीनसेल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी दुनिया भर में प्रमाणित अनुभवों, ई-मोबिलिटी की तकनीक के विकास और भारत सरकार द्वारा ट्रांसपोर्ट के इलेक्ट्रिफिकेशन को बढ़ावा देने का लाभ उठाकर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के क्षेत्र में भारत की सबसे विश्वसनीय साझीदार कंपनी बन गई है। ग्रीनसेल की इंटरसिटी शाखा न्यूगो ने 2023 में भारत की पहली ऑलवुमन इलेक्ट्रिक इंटरसिटी बस को लॉन्च कर एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराकर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है।
ईकेए मोबिलटी इन बसों की सप्लाई, सेल और सर्विस के लिए जिम्मेदार होगी। इससे आपसी साझेदारी में की गई इन कोशिशों से उच्च मानदंड सुनिश्चित होंगे। इस पहल से ईंधन की लागत में सालाना 700 मिलियन रुपये की बचत होगी। इससे 12 मिंलियन गैलन डीजल को जलने से बचाया जा सकेगा। यह 1.5 पेड़ों को लगाने के बराबर है। इसके अलावा स्थायी परिवहन के साधनों से रोजाना 0.6 मिलियन लोगों को लाभ मिलने का अनुमान है। कुल मिलाकर इस पहल से कार्बन के उत्सर्जन में 32,400 टन की बचत होने का अनुमान है। इससे स्थायी रूप से कार्बन के उत्सर्जन में कमी आने में स्थिर योगदान मिलेगा और एक स्वच्छ और हरे-भरे भविष्य का निर्माण होगा।