“शिक्षक दिवस विशेष : शिक्षक का व्यक्तित्व”

“शिक्षक दिवस विशेष : शिक्षक का व्यक्तित्व”

डॉ. रीना रवि मालपानी (कवयित्री एवं लेखिका) शिक्षक की महिमा और वंदना है अनंत। वह तो करता है मस्तिष्क को जीवंत। शिक्षक है ज्ञान का अद्वितीय भंडार। सफलता का मार्ग जो करता साकार। जीवन के उन्नयन में है शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण। ज्ञान के बिना कभी न होता जीवन पूर्ण। शिष्य के जीवन को देता है सही दिशा। मिटाता जीवन से अंधकार रूपी निशा। सूक्ष्म विश्लेषण करता उन्नति का मार्ग प्रशस्त। कभी न होने देता…

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“शिव की विचित्रता, सरलता एवं उत्कृष्टता”

“शिव की विचित्रता, सरलता एवं उत्कृष्टता”

डॉ. रीना रवि मालपानी (कवयित्री एवं लेखिका) ओढ़रदानी, महेश्वर, रुद्र का स्वरूप सभी देवताओं से विचित्र है, पर यदि आप शिवशंभू की वेश भूषा का विश्लेषण करेंगे तो आपको शिव जीवन के सत्य का साक्षात्कार कराते दिखाई देंगे। यह शिव कपूर की तरह गौर वर्ण है, पर सम्पूर्ण शरीर पर भस्म लगाकर रखते है और दिखावे से दूर जीवन को सत्य के निकट ले जाते है। यह भस्म जीवन के अंतिम सत्य को उजागर करती…

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“श्रावण मास और शिव”

डॉ. रीना रवि मालपानी (कवयित्री एवं लेखिका) श्रावण मास शिव शम्भू का प्रिय है और श्रावण में शिव भक्त भी बम-बम भोले और हर-हर महादेव के उद्घोष से सृष्टि को गुंजायमान कर देते है. हम सभी जानते है कि त्रियंबकेश्वर शिव के समान कोई दाता नहीं है और बहुत ही कम सामग्री में शम्भू नाथ प्रसन्न हो जाते है. रुद्राभिषेक, काँवड़ यात्रा, अमरनाथ यात्रा, श्रावण का सोमवार, प्रदोष हो या नागपंचमी यह सभी शिव भक्तों…

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“पुस्तकें और ज्ञान की यात्रा”

पुस्तकें होती है ज्ञान से समृद्ध। सीखने से व्यक्ति नहीं होता कभी वृद्ध॥ यदि हम बनाएँगे पुस्तकों को मित्र। फैला सकेंगे समाज में ज्ञान का इत्र॥ कहते है पुस्तकें हमारी कल्पनाशक्ति को साकार स्वरूप प्रदान करती है। पुस्तकों के द्वारा हम हर समय की यात्रा कर सकते है। पुस्तकों से हमें समग्र जानकारी प्राप्त हो जाती है। हमारी ज्ञानशक्ति, विचार शक्ति समृद्ध होती है। हम उचित-अनुचित, सत्य-असत्य के बीच के अंतर को भी ज्ञानशक्ति के…

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इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने दहेज उत्पीड़न की याचिका पर सुनाया अभूतपूर्व फ़ैसला

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने दहेज उत्पीड़न की याचिका पर सुनाया अभूतपूर्व फ़ैसला

2 महीने तक न हो गिरफ्तारी, याचिकाकर्ता मुकेश बंसल की याचिका पर हुई सुनवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दहेज उत्पीड़न की धारा 498 ए के दुरुपयोग को देखते हुए महत्वपूर्ण आदेश दिया है। हाई कोर्ट ने कहा है कि आईपीसी की धारा 498 ए के तहत दर्ज मुकदमे में दो माह तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं कि जाए और साथ ही दोनों पक्षों को 2 महीने का कूलिंग पीरियड दिया जाये। इस दौरान परिवार कल्याण समिति…

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विकास को गति देने के लिए युवाओं को बनाना होगा सशक्त

विकास को गति देने के लिए युवाओं को बनाना होगा सशक्त

लॉकडाउन ने पिछले 18 महीनों से भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है और इसका स्पष्ट रूप से रोजगार पर असर पड़ा है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के अनुमान के मुताबिक भारत में बेरोजगारी दर दिसंबर 2021 में बढ़कर 7.9 फीसदी हो गई, जबकि नवंबर में यह 7 फीसदी थी। भारत में कोविड के कारण नवंबर में छह मिलियन से अधिक वेतनभोगी लोगों ने अपनी नौकरी खो दी। यही नहीं भारतीय अर्थव्यवस्था लगभग 5…

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2022 लेकर आ रहा है बुंदेलखंड के लिये नया सवेरा

2022 लेकर आ रहा है बुंदेलखंड के लिये नया सवेरा

अपनी तरह की प्रथम नदी जोड़ो’ केन-बेतवा’ परियोजना ने सूखे बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए काफ़ी उम्मीदें जगायी है, विशेषज्ञ और नागरिक इसे क्षेत्र के विका सके मद्दे नजर एक नई सुबह के रूप में देख रहे हैं। बुंदेलखंड क्षेत्र में कुल 13 जिले हैं जिनमें से उत्तरप्रदेश में 7 जिले और मध्य प्रदेश में 6 जिले हैं। 2018 में प्रकाशित नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार देश के 115 आकांक्षी जिलों की सूची में इनमे…

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कॉर्पोरेट में प्रोफेशनल लाइफ की बेहतरी के अलावा भी दिए जाने चाहिए कुछ संस्कार

कॉर्पोरेट में प्रोफेशनल लाइफ की बेहतरी के अलावा भी दिए जाने चाहिए कुछ संस्कार

कहते हैं परिवर्तन ही संसार का नियम है। जब हम पर्सनल लाइफ में बदलाव कर सकते हैं, तो प्रोफेशनल लाइफ में क्यों नहीं? ऐसा ही एक क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली संस्थाओं में, पीआर 24×7 ने अपना नाम शुमार किया है। हमेशा यही देखने में आया है कि कॉर्पोरेट्स में प्रोफेशनल लाइफ की बेहतरी को लेकर ही बात की जाती है, इसके लिए तमाम नियम बनाए जाते हैं, उनका पालन भी किया जाता है, और यह…

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“बड़प्पन की परम्परा (लघुकथा)”

“बड़प्पन की परम्परा (लघुकथा)”

डॉ. रीना रवि मालपानी (कवयित्री एवं लेखिका) पता नहीं पार्वती को कैसे हर किसी को माफ करना, छोटी-छोटी बातों पर ध्यान न देना, अपनी कटु आलोचना पर भी सहज रहना, ईश्वर की नियति को सहर्ष स्वीकार करना आता था। पार्वती को विवाह के पश्चात अनेक परिस्थितियों से सामंजस्य बैठाना पड़ा। पति की संकीर्ण सोच, सास का तुनकमिजाज रवैय्या, ससुर की कठोर वाणी से भी पार्वती के चेहरे से मुस्कान कम नहीं हुई। परिस्थितियों के अनुकूल…

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“पढ़ाई और खेल के प्रति जुनून से मुझे अपनी बुनियाद मजबूत करने में मदद मिली है”- BUJY’S के छात्र रायमत सिंह

“पढ़ाई और खेल के प्रति जुनून से मुझे अपनी बुनियाद मजबूत करने में मदद मिली है”- BUJY’S के छात्र रायमत सिंह

पढ़ाई के साथ सही संतुलन बनाते हुए हासिल किया 4 अलग-अलग खेलों में उल्लेखनीय रिकॉर्ड इंदौर. इंदौर के रायमत सिंह कहते है कि “सीखना मेरा जूनून है। यह एक निरंतर प्रक्रिया है और पढाई के साथ-साथ पढ़ाई से अलग विभिन्न गतिविधियों की कोशिश करने से मुझे सही कदम उठाने में मदद मिलती है। BYJU’S छात्र और इंदौर के ‘खेल-प्रेमी’ रायमत “हर फन के खिलाड़ी और अनेक फन के उस्ताद’ वाली कहावत के प्रत्यक्ष प्रमाण है।…

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