आईडीए के खिलाफ किसानों ने किया प्रदर्शन

इंदौर. आईडीए की राऊ में प्रस्तावित स्कीम-165 का विरोध जारी है. शुक्रवार को राऊ आईडीए में बड़ी संख्या में जमीन मालिक और किसान जमा हुए और प्रदर्शन किया. उनका कहना था कि आईडीए ने हमारी जमीन ले ली है लेकिन ना हमें मुआवजा मिला ना ही विकासित प्लाट. ऊपर से आईडीए ने हमारी जमीन पर भी कब्जा अलग कर लिया. करीब एक घंटे तक नारेबाजी करने के बाद किसानों ने ज्ञापन सौंपते हुए इस स्कीम को खत्म करते हुए उन्हें जमीन वापस देने की मांग की।
लंबे समय से विवादों में घिरी आईडीए की स्कीम 165 को रद्द करने को लेकर शुक्रवार दोपहर बड़ी संख्या में लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर आईडीए दफ्तर पहुंचे. आईडीए के खिलाफ लिखी तख्तियां लिए इन लोगों ने जमकर नारेबाजी की। कई लोग परिसर में ही धरने पर बैठ गए. एक घंटे तक विवाद के बाद ये अधिकारियों को स्कीम को रद्दक करने का ज्ञापन देकर वापस लौट गए.
उल्लेखनीय है कि राऊ स्कीम नंबर 165 को लेकर 2012 में आईडीए ने जमीनों के लिए एग्रीमेंट किए थे। आईडीए ने जमीन मालिकों को सवा सौ करोड़ रुपए मुआवजा देने की घोषणा की थी, लेकिन अब तक उचित मुआवजा नहीं मिला. आईडीए ने जमीन मालिकों से कहा था कि उन्हें विकसित प्लाट देने के बाद ही आईडीए अपना काम शुरू करेगी। जमीन अधिग्रहण के बाद से अब तक यहां कुछ नहीं हुआ है। ऐसे में जमीन मालिक फंस चुके हैं, जिसे लेकर कई बार आंदोलन हो चुका है। अब लोगों ने आईडीए के अनिर्णय की स्थिति पर आपत्ति जताते हुए कहा हमें योजना से मुक्त किया जाए.