यश टेक्नोलॉजी ने की मुस्कान ड्रीम्स के साथ साझेदारी; देशभर के सरकारी स्कूलों को डिजिटल शिक्षा मुहैया करवाएगी

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नई दिल्ली,सितंबर 2021: यश टेक्नोलॉजी और मुस्कान ड्रीम्स ने साझा प्रयास शुरू किया है, जिसका नाम डिजिटल शिक्षा है, जो शासकीय स्कूलों में बच्चों के लिए डिजिटल लर्निंग का मौका उपलब्ध करवाएगा। इसके लिए शिक्षकों को विधिवत प्रशिक्षण और टेक्नोलॉजी का ज्ञान दिया जाएगा। इस कार्यक्रम का मकसद शिक्षकों में ऐसी क्षमता का विकास करना है, जिसके तहत वे क्लासरुम और वर्चुअल टीचिंग के दौरान तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कर सकें। ताकि बच्चों को तेजी से बदल रहे भविष्य के लिए तैयार होने का मौका मिलेगा।

डिजिटल शिक्षा शिक्षकों के लिए न सिर्फ सरल समाधान लेकर आएगी बल्कि शासकीय स्कूलों में डिजिटल सीमाओं को पाटने में मदद भी करेगी।एक वॉट्सऐप इंटरएक्टिव चैटबोट उन लोगों के साथ जुड़ेगा और उनको जरूरत के हिसाब से डिजिटल स्किल्स, ट्रेनिंग मॉड्यूल्स मुहैया करवाएगा ताकि वे स्टूडेंट्स को तकनीक का प्रभावी इस्तेमाल करने के तरीके बताने के साथ-साथ स्मार्ट टीवी और टैबलेट्स का उपयोग करने और ऑन कॉल फील्ड सपोर्ट उपलब्ध करा सकें। यह शिक्षकों को बदलती दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाने के लिए मददगार साबित होगा।

यह कार्यक्रम इंदौर जिले से पायलट बेसिस पर शुरू हो रहा है। इसके बाद अगले 3 सालों में इसे अन्य जिलों और राज्यों में भी शुरू किया जाएगा। साथ ही आईसीटी में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2021 के आधार पर एकीकृत किया जाएगा।

यह कार्यक्रम हाल ही में श्री धर्मेंद्र जैन (सीएफओ एंड हेड एचआर, यश टेक्नोलॉजी), श्री वेंकटेश सर्वसिद्धी (सीनियर हेड, डिजिटल स्किल्स एंड इनोवेशन, एनएसडीसी इंडिया), श्री उस्मान खान (नोडल ऑफिसर ट्रेनिंग एंड पार्टनरशिप, राज्य शिक्षा केंद्र, स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट, भोपाल), श्री अभिषेक दुबे (फाउंडर, मुस्कान ड्रीम्स) और अन्य शासकीय अधिकारियों, शिक्षकों, टीम मुस्कान ड्रीम्स और यश टेक्नोलॉजी के सदस्यों की मौजूदगी में लॉन्च किया गया था।

इस प्रयास का मकसद देशभर में दस लाख शिक्षकों को डिजिटल तौर पर स्किल्स सिखाना है, ताकि वे बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को डिजिटल लर्निंग और स्किल्स डेवलपमेंट में मदद कर सकें।

अभिषेक दुबे (फाउंडर, मुस्कान ड्रीम्स) ने बताया कि आखिर क्यों डिजिटल शिक्षा दूसरे कार्य़क्रमों में अलग है। उन्होंने कहा,’कोरोना के दौरान हम सभी ने महसूस किया कि केवल ऑनलाइन लेक्चर देने से बात नहीं बन पाएगी बल्कि हमें यथार्थवादी और स्थिर प्रभाव प्राप्त करने के लिए संयुक्त प्रयास की जरूरत होगी। इस बात को दिमाग में रखते हुए हम इस कार्यक्रम के साथ आए, जहां शिक्षकों को हर सप्ताह कक्षा में और फील्ड पर प्रशिक्षण से जुड़ा जरूरत का हर संसाधन मुहैया करवाया जाएगा। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारे शिक्षक विषम परिस्थितियों के बाद भी अपनी कक्षाएं निरंतर तौर पर जारी रखने में सक्षम बन जाएंगे।’

श्री धर्मेंद्र जैन (सीएफओ एंड हेड एचआर, यश टेक्नोलॉजी) ने कहा, “यश टेक्नोलॉजी लगातार इस दिशा में काम कर रही है, जिससे सीएसआर प्रयासों के तहत सकारात्मक प्रभाव छोड़ पाए। इनमें शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र है। डिजिटल शिक्षा हमारे सीएसआर प्रयास के फ्लैगशिप प्रोग्राम एजुकेट इंडिया का ही फैलाव है। इसका लक्ष्य बच्चों और समुदायों के बीच शिक्षा के महत्व को प्रसारित करना है। हम मानते हैं कि डिजिटल एजुकेशन टूल्स के ईकोसिस्टम का हिस्सा बनाकर और डिजिटल स्किल्स की ट्रेनिंग देने जैसे प्रयास ही शिक्षकों को मजबूती देते हैं औऱ हमारे बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करते हैं।”

डिजिटल शिक्षा ट्रेनिंग मॉड्यूल्स में जूम, यूट्यूब, एमएस ऑफिस, गूगल, द इंटरनेट, औऱ दूसरे छोटे वीडियो जो खासतौर पर शिक्षकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किए जाएंगे। यह शिक्षकों को स्कूल में औऱ वर्चुअल तौर पर स्टूडेंट्स को पढ़ाने में मदद करेगा क्योंकि मिश्रित प्रशिक्षण बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए बेहद जरूरी है।

शिक्षकों को हर मॉड्यूल को पूरा करने के बाद डिजिटल सर्टिफिकेट भी प्राप्त होगा। सर्वश्रेष्ठ शिक्षक को उनके स्टूडेंट्स के लिए डिजिटल लर्निंग लैब दी जाएगी। साथ ही डिजिटल साथी टीचर के तौर पर हर साल के अंत में होने वाले इवेंट में पुरस्कृत भी किया जाएगा।

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